28-29 दिसंबर को कोलकाता में परमहंस योगानंद के क्रिया योग पर होगी चर्चा

कोलकाता : क्रिया योग के माध्यम से परमहंस योगानंद के महान योगदान को देखते हुए भारत सरकार के संस्कृति विभाग ने 2018-19 में परमहंस जी का 125वां जन्मदिन (5 जनवरी) पूरे देश में मनाने का निर्णय लिया है. यह पहल सरकार ने ध्यान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया है. इसी कड़ी में कोलकाता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 26, 2018 4:47 PM

कोलकाता : क्रिया योग के माध्यम से परमहंस योगानंद के महान योगदान को देखते हुए भारत सरकार के संस्कृति विभाग ने 2018-19 में परमहंस जी का 125वां जन्मदिन (5 जनवरी) पूरे देश में मनाने का निर्णय लिया है. यह पहल सरकार ने ध्यान के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया है. इसी कड़ी में कोलकाता में दो कार्यक्रमों का आयोजन किया है.

पहले कार्यक्रम का आयोजन 28 दिसंबर (शुक्रवार) को राजारहाट स्थित वेस्टिन होटल के ग्रैंड बालरूम में होगा, जिसमें वाइएसएस के स्वामी श्रद्धानंद शाम पांच से छह बजे तक ‘ध्यान : बहुआयामी सफलता की कुंजी’ विषय पर और अगले दिन यानी 29 दिसंबर (शनिवार) को जीडी बिड़ला सभागार, बालीगंज में पांच बजे से साढ़े छह बजे तक ‘क्रिया योग के माध्यम से तनाव रहित, खुशहाल जीवनयापन’ पर सारगर्भित प्रवचन करेंगे.

इन प्रवचनों में मनुष्य की एकाग्रता और उत्पादकता बढ़ाने, अपनी परिस्थितियों का और अधिक स्पष्टता और गहराई से विश्लेषण करने, इच्छा शक्ति दृढ़ करने और लक्ष्य को पाने, बुरी आदतों को छोड़ने, आत्मिक विकास करने और जीवन की समस्याओं से निबटने के तरीके, दूसरों को समझने और सामंजस्य पूर्ण जीवन जीने तथा अंतरदृष्टि प्राप्त करने के सफल तरीकों पर विस्तार से बताया जाता है.

परमहंस योगानंद जी की प्रसिद्ध पुस्तक ‘ऑटोबायोग्राफी ऑफ ए योगी’ (हिंदी अनुवाद : योगी कथामृत) आज भी सर्वाधिक बिकने वाली पुस्तकों में एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परमहंस योगानंद के सम्मान में मार्च में एक डाक टिकट जारी किया.

इसके पहले परमहंस जी पर एक डाक टिकट 1977 में भी केंद्र सरकार ने जारी किया था. परमहंस ने 1917 में वाईएसएस की स्थापना की थी. दक्षिणेश्वर स्थित वाईएसएस के आश्रम में स्वामी श्रद्धानंद ने बताया कि वाईएसएस एक आध्यात्मिक और दातव्य संस्था है, जिसके चार आश्रम- रांची, कोलकाता, द्वारहाट (रानीखेत के पास) और नोएडा में हैं.

समूचे देश में इसके 200 से ज्यादा ध्यान केंद्र हैं. इन केंद्रों के माध्यम से आध्यात्म के जिज्ञासुओं को वाइएसएस, परमहंस योगानंद की शिक्षाएं उपलब्ध कराती है. इसके अलावा वाईएसएस के शिक्षण संस्थान, दवाखाने भी हैं. यह संस्था आंख चिकित्सा व सामान्य चिकित्सा के कैंप भी लगाती है. प्राकृतिक आपदाओं के समय वाईएसएस अपनी सेवाएं उपलब्ध कराती है.

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