कोलकाता : दत्ताबाद में लगी भयावह आग 22 झोपड़ियां जलकर खाक

कोलकाता : साॅल्टलेक के दत्ताबाद बस्ती इलाके में रविवार की सुबह भयावह आग लगने से लगभग 22 झोपड़ियां जलकर खाक हो गयीं. घटना की सूचना पाकर मौके पर छह दमकल की गाड़ियां पहुंची थीं. दमकल कर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से मिलकर आग बुझाया. घटनास्थल पर दमकल मंत्री सुजीत बोस भी पहुंचे थे. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2018 2:43 AM
कोलकाता : साॅल्टलेक के दत्ताबाद बस्ती इलाके में रविवार की सुबह भयावह आग लगने से लगभग 22 झोपड़ियां जलकर खाक हो गयीं. घटना की सूचना पाकर मौके पर छह दमकल की गाड़ियां पहुंची थीं.
दमकल कर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से मिलकर आग बुझाया. घटनास्थल पर दमकल मंत्री सुजीत बोस भी पहुंचे थे. उन्होंने पीड़ितों को मदद का आश्वासन दिया है.
कब, कैसे लगी आग
सूत्रों के मुताबिक, विधाननगर नगर निगम के 38 नम्बर वार्ड में स्थित 114 न. दत्ताबाद बस्ती इलाके में सुबह लगभग आठ बजे आग लगी. बताया जाता है कि झोपड़ी में घर में चाय बनाते समय अचानक सिलिंडर से गैस लीक होने से लगी. धीरे-धीरे आग की लपटें तेजी से फैल गयी.
पास की झोपड़ियां एक-एक कर आग की चपेट में आ गयी. आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गयी थी. बच्चे और महिलाओं को स्थानीय लोगों ने सुरक्षित बाहर निकाला.
तालाब में फेंके गये सिलिंडर
स्थानीय लोगों ने पास के तालाब से पानी लेकर आग बुझाने की कोशिश की लेकिन चंद मिनटों में आग पूरी बस्ती में फैल गयी. एक के बाद एक कई सिलिंडर ब्लास्ट होने के कारण आग और भयावह हो गयी थी. इसके बाद स्थानीय लोगों ने घरों में रखे सिलिंडरों को कईयों के घरों से निकाल कर दस से बारह सिलिंडरों को पास से तालाब में फेंका गया. साथ ही दमकल व स्थानीय लोगों ने तालाब पानी लेकर बुझाने की कोशिश की. घंटों बाद आग पर काबू पाया जा सका.
दमकल पहुंचने में हुईं दिक्कतें
दमकल के मुताबिक, बस्ती इलाका काफी संकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियों को अंदर पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. घंटों प्लास्टिक व ज्वलनशील सामान होने के कारण आग फैलती चली गयी थी.
सात दिनों के अंदर पीड़ितों के लिए होगी पुनर्वास की व्यवस्था : सुजीत बोस
कोलकाता : साॅल्टलेक के 114 न. दत्ताबाद में लगी भयावह आग को लेकर दमकल मंत्री सुजीत बोस ने पीड़ितों को पुनर्वास की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि आग में जिन लोगों के भी घर और सामान जल गये हैं, जो बेघर हो गये हैं.
उन सभी के लिए सात दिनों के अंदर ही अस्थायी तौर फिलहाल रहने के लिए एक मकान बना दिया जायेगा. फिलहाल उन सभी के लिए वार्ड कार्यालय में ही शिविर लगाये गये है. उन्होंने कहा कि उनके घर बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा. गीतांजलि योजना के तहत उन सभी परिवार को 70 हजार रुपये देने की भी मदद की जायेगी.
आग की घटना को नियंत्रित करने में दमकल कर्मियों ने बेहतर काम किया. दमकल के साथ स्थानीय युवाओं और क्लबों ने भी मदद की. किसी के घायल होने की सूचना नहीं है लेकिन 22 झोपड़ियां जल गयी हैं. घरों में कईयों के जरूरी दस्तावेज जलकर खाक हो गये हैं. कई बच्चों के रिजल्ट और सर्टिफिकेट भी आग में जलकर खाक हो गए है.
उनके लिए कैसे व्यवस्था किया जाये, कैसे सब ठीक किया जाये. यह देखा जा रहा है. एक झोपड़ी में चाय बनाने के दौरान गैस लीकेज से आग लगी और पूरे बस्ती में फैली. घटनास्थल पर स्थानीय वार्ड पार्षद निर्मल दत्ता के साथ ही स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी शैकत चक्रवर्ती भी पहुंचे थे. प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version