आग से कोलकाता का बागड़ी बाजार तबाह, करोड़ों की संपत्ति जलकर हुई राख

कोलकाता : महानगर के कैनिंग स्ट्रीट स्थित बागड़ी मार्केट में भीषण आग लग गई जिससे करोड़ों की संपत्ति के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. रविवार तड़के करीब 2.45 बजे बागरी मार्केट की पांच मंजिला इमारत में आग लग गई. इस इमारत में 400 के करीब दुकानें हैं जिसमें 150 दुकानें दवा की है. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 17, 2018 7:13 AM
कोलकाता : महानगर के कैनिंग स्ट्रीट स्थित बागड़ी मार्केट में भीषण आग लग गई जिससे करोड़ों की संपत्ति के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. रविवार तड़के करीब 2.45 बजे बागरी मार्केट की पांच मंजिला इमारत में आग लग गई. इस इमारत में 400 के करीब दुकानें हैं जिसमें 150 दुकानें दवा की है.
गौरतलब है कि यहां से बिहार, झारखंड व उत्तर प्रदेश में दवा तथा सर्जीकल इक्यूपमेंट की थोक में सप्लाई होती है. बंगाल के इस ‘मेडिसीन हब’ को आर्थिक रूप से बहुत ही क्षति पहुंची हैं. दवा विक्रेता असीम कापुरिया ने रूंधे गले से बताया कि, हमें बिलकुल अंदाज नहीं था कि रविवार का दिन कयामत लेकर आयेगा. क्योंकि हम तो आमतौर पर मंगलवार और शुक्रवार को दवा की स्टॉक मंगवाते हैं. लेकिन इस बार सोमवार को विश्वकर्मा पूजा है. इस कारण सप्लाई देने वाली गाड़ियों के चालक छुट्टी पर रहते है.
इस वजह से हमने करीब 50 लाख रुपये का स्टॉक एडवांस में शनिवार को ही मंगाया था. वहीं दुकान में पहले से ही लाखों रुपये के स्टॉक थे. अब तो कुछ नहीं बचा. इन राखों में अपना भविष्य को निहार रहे हैं. यह दर्द उन तमाम दुकानदारों का हैं जिनका सब कुछ जल गया. अन्य दुकानदारों का कहना है कि, ‘‘थोड़ा बहुत बच भी सकता था यदि दमकल की गाड़ी समय से पहुंच जाती.’’
संदेह के घेरे में एजीएम की बैठक
बागड़ी मार्केट के एक दवा विक्रेता विशाल कामानी का कहना है कि शनिवार की शाम को ही शॉप अॉनर एसोसिएशन की एजीएम के साथ बैठक हुई. सब कुछ ठीक था लेकिन अगले दिन रविवार को रविवार तड़के आग लग गई. इससे एजीएम की बैठक पर संदेह हो रहा है. क्योंकि एजीएम की बैठक में बागड़ी इमारत के मालिक वरुण बागड़ी तथा उनकी मां राधा बागड़ी शामिल नहीं हुए.
जबकि यह इमारत राधा बागड़ी के नाम पर है. अब तो वरूण बागड़ी फोन कॉल भी रिसीव नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बागड़ी प्रोपर्टी को लेकर मालिक पक्ष के लोगों में अापसी मतभेद है. जिस पर मुकदमा भी चल रहा है. पर एक बात समझ में नहीं आती कि आखिर शनिवार-रविवार के रात में ही क्यों बागड़ी जैसे बाजारों में आग लगती है?
व्यवसायियों के पास नहीं है इलेक्ट्रिक मीटर
विशाल ने बताया कि मार्केट में किसी व्यवसायी के पास अपना इलेक्ट्रिक मीटर नहीं है. मालिक के मीटर से यहां बिजली सप्लाई होती है. प्रतिदिन 9 बजे के बाद बिजली सप्लाई बंद कर दी जाती है. इसलिए शॉट-शर्किट से तो आग नहीं लगेंगी. यहां तो आग बूझानेवाला सिलिंडर भी सिर्फ नाम के लिए दिया गया है. बस मालिकों के रहमो-करम पर इतना बड़ा बाजार चल रहा था. पर जो भी हो हर हाल में नुकसान तो हम दुकानदारों का ही हुआ.
शनिवार की रात व छुट्टी के दिनों में ही अधिक होती हैं अाग लगने की घटनाएं
कहा जा रहा है कि कोलकाता में अब तक जितने भी बड़े मार्केट में अग्निकांड हुए हैं उनमें से अधिकांश में आग शनिवार की रात या फिर अन्य छुट्टी के दिनों में ही लगती है. यह वर्षों से रहस्य बना हुआ है.

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