कोलकाता : पेपर लीक पर लगाम, सीबीएसई बोर्ड करेगा अपने नियमों में बदलाव

कोलकाता : सीबीएसइ बोर्ड प्रबंधन ने पेपर लीक होने की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अब इस साल से अपने नियमों में बदलाव किया है़ यह जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव अनिल स्वरूप ने दी़ वह सोमवार को मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2018 1:45 AM
कोलकाता : सीबीएसइ बोर्ड प्रबंधन ने पेपर लीक होने की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अब इस साल से अपने नियमों में बदलाव किया है़ यह जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) के स्कूल शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव अनिल स्वरूप ने दी़ वह सोमवार को मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित भारत में मजबूत,भरोसेमंद और छात्र अनुकूल सार्वजनिक परीक्षा प्रणाली बनाने को लेकर इंटरेक्टिव सत्र के कार्यक्रम में बोल रहे थे़
इस दौरान बिरला हाइ स्कूल की डॉयरेक्टर मुक्ता नैना की ओर से सीबीएसइ दसवीं और 12वीं की परीक्षा में क्रमश: गणित व इकोनामिक्स के पेपर लीक होने की घटना के लिए सीबीएसइ को दोषी ठहराये जाने पर स्वरूप ने नाराजगी जाहिर की़ उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच में सीबीएसइ का कोई कर्मचारी शामिल नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि परफेक्ट सिस्टम विश्व के किसी भी देश में नहीं है.
शिक्षकों में भी कमियां रहती है, कई जगह 20 से 25 प्रतिशत शिक्षक भी स्कूलों में अनुपस्थित रहते हैं. उन्होंने कई जिलों का उदाहरण देते हुए कहा कि अच्छे कामो‍ं को भी प्रमोट करना चाहिये. ज्ञान देना आसान है लेकिन काम करके दिखाना काफी मुश्किल है. प्रश्न करने वालों की कोई कमी नहीं होती़ लेकिन उसके हल के लिए सुझाव देना अथवा उस पर काम करना मुश्किल है. अगले साल से सीबीएसइ के परीक्षा प्रणाली में कुछ ऐसे तकनीक बदलाव किए जाएंगे ताकि पेपर लीक जैसी घटना को दोहराया न जा सके़
शिक्षक को आर्मी की तरह होना चाहिये-स्वामी मुक्तिदानंद
रामकृष्ण मिशन के गवर्निंग बॉडी के सदस्य स्वामी मुक्तिदानंद महाराज ने कहा कि का भविष्य बनाने में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है़ लेकिन शिक्षकों को एक आर्मी के मेजर जनरल की तरह होना चाहिये. बच्चों को सहीं दिशा दिखाना शिक्षकों के लिए प्राथमिकता होनी चाहिये. शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य यह नहीं है कि अच्छे नंबर लाना बल्कि ज्ञान ओरिएंटेड होने चाहिये. कार्यक्रम में एमसीसीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विशाल झाझरिया, एमसीसीआई के एडुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट पर बनी स्टेंडिंग कमेटी के चेयरमैन समीर सराफ, को-चेयरमैन तरनजीत सिंह, द हेरिटेज स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सापरू सहित अन्य कईयों ने अपना-अपना विचार रखा.

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