भूषण स्टील समाधान से बैंक ऑफ इंडिया को मिलेंगे 1,993 करोड़ रुपये : महापात्रा

कोलकाता : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया को दिवालिया समाधान प्रक्रिया में भूषण स्टील के सफल निस्तारण से करीब 1,993 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के तहत चली समाधान प्रक्रिया में भूषण स्टील का टाटा स्टील ने सफल अधिग्रहण किया है. बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 20, 2018 1:26 AM
कोलकाता : सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया को दिवालिया समाधान प्रक्रिया में भूषण स्टील के सफल निस्तारण से करीब 1,993 करोड़ रुपये मिल सकते हैं. राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के तहत चली समाधान प्रक्रिया में भूषण स्टील का टाटा स्टील ने सफल अधिग्रहण किया है.
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीनबंधु महापात्रा ने कहा कि इस राशि में निस्तारण प्रक्रिया में राशि में हुई कमी शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि इस राशि की प्राप्ति से बैंक का गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) का दबाव कम होगा और मुनाफा बढ़ाने में मदद मिलेगी. श्री महापात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि टाटा स्टील और भूषण स्टील से जुड़े एनसीएलटी के पहले सफल निस्तारण से बैंक को 1,993 करोड़ रुपये पाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आइबीसी) के तहत निस्तारण के लिए एनसीएलटी के पास भेजी गयी 12 कंपनियों की पहली सूची में बैंक ऑफ इंडिया के फंसे कर्ज का 8,300 करोड़ रुपया शामिल है.
27 ऋणखातों की दूसरी सूची में बैंक के तीन हजार करोड़ रुपये फंसे हैं. उन्होंने कहा कि जब सारे निस्तारण सफलतापूर्वक पूरे हो जायेंगे जो कि वित्त वर्ष 2018-19 में होने की उम्मीद है, बैंक के मुनाफा में वृद्धि देखने को मिलेगी. उन्होंने बताया कि नीरव मोदी घोटाला मामले में पंजाब नेशनल बैंक ने बैंक ऑफ इंडिया को 2,500 करोड़ रुपये लौटा दिये हैं. महापात्रा ने कहा कि बैंक खर्च-मुनाफा विश्लेषण आधार पर एटीएम की संख्या को तार्किक बनाने की प्रक्रिया में है. उन्होंने कहा कि बैंक द्वारा दिये गये कुल ऋण में खुदरा, कृषि और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) की 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है.
उन्होंने कहा कि बैंक ऑफ इंडिया (बीओआइ) को चालू वित्तीय वर्ष में अपने कारोबार में 8-10 फीसद बढ़ोतरी की उम्मीद है. सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि और एनसीएलटी मामलों के समाधान के बारे में सकारात्मक उम्मीद के साथ हम इस वर्ष 8-10 फीसद कारोबारी वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. इस दिन बैंक के व्यापार समीक्षा मिलन समारोह में शिरकत करने पहुंचे श्री महापात्रा ने कहा कि तत्काल टर्नअराउंड योजना के तहत, सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक कई बैंकों द्वारा जारी क्रेडिट कार्ड (एसबीएलसी) के खिलाफ वितरित पूरी रकम का दावा करने सहित कई उपायों का सहारा लेगा.

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