आरपीएफ कमांडो की वर्दी में फिट होंगे कैमरे, हर गतिविधि को रिकॉर्ड कर कंट्रोल रूम भेजा जायेगा

श्रीकांत शर्मा कोलकाता : ट्रेनों में होनेवाली आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए रेल मंत्रालय ने आरपीएफ कमांडो की वर्दी पर बॉडीवार्न कैमरा लगाने का निर्णय किया है.यह कैमरे वाईफाई कनेक्टिविटी से भी लैस होंगे. इसकी खासियत यह होगी कि ये ट्रेन के अंदर की गतिविधियों की रिकॉडिंग कर आरपीएफ कंट्रोल रूम को भेजते […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 6, 2018 5:41 AM
श्रीकांत शर्मा

कोलकाता : ट्रेनों में होनेवाली आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए रेल मंत्रालय ने आरपीएफ कमांडो की वर्दी पर बॉडीवार्न कैमरा लगाने का निर्णय किया है.यह कैमरे वाईफाई कनेक्टिविटी से भी लैस होंगे. इसकी खासियत यह होगी कि ये ट्रेन के अंदर की गतिविधियों की रिकॉडिंग कर आरपीएफ कंट्रोल रूम को भेजते रहेंगे. रेल मंत्रालय ने इस संबंध में एक कार्ययोजना तैयार कर ली है.

इसका प्रस्ताव पूर्व रेलवे के हावड़ा व सियालदह मंडलों को भी मिल चुका है. सूत्रों की माने तो पूर्व रेलवे समेत सभी जोनल रेलवे में आरपीएफ कमांडो की वर्दी पर चरणबद्ध तरीके से कैमरे लगाये जायेंगे. हालांकि इसकी शुरुआत अगले वर्ष इलाहाबाद में लगनेवाले कुंभ मेले से की जायेगी. इलाहाबाद जंक्शन और इलाहाबाद सिटी स्टेशन पर तैनात आरपीएफ कमांडो की वर्दी पर कैमरे लगे होंगे.
कुंभ मेले के मद्देनजर रेलवे बोर्ड ने प्राथमिकता के आधार पर जवानों की वर्दी पर कैमरे लगाने की तैयारी शुरू कर दी है.हालांकि बॉडीवार्न कैमरा युक्त वर्दी वाले आरपीएफ कर्मियों की तैनाती उन रूटों पर विशेष तौर पर होगी, जहां जहरखुरानी और अन्य आपराधिक वारदातें ज्यादा होती हैं. ट्रेनों की गश्ती दल के बाद बॉडीवार्न कैमरा युक्त वर्दी स्टेशनों, प्लेटफॉर्मों एरिया के बाद रेलवे कारखानों में तैनात आरपीएफ कर्मियों को भी दी जायेगी.
बॉडीवार्न कैमरे का उपयोग वर्तमान में स्पेशल फोर्स या स्पेशल ऑपरेशन में तैनात कमांडो करते हैं. इसके साथ ही एनएसजी, एसपीजी के जवान के साथ कोलकाता पुलिस की ट्रैफिक पुलिस के सार्जेंट भी बॉडीवार्न कैमरों का इस्तेमाल करते हैं.
ट्रेनों व स्टेशन एरिया को अपराध मुक्त करना है उद्देश्य
रेलवे सुरक्षा बल इलाहाबाद के वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त अमरेश कुमार ने बताया कि इस प्रकार की योजना का मुख्य उद्देश्य ट्रेनों व स्टेशन एरिया को अपराध मुक्त करना है.
निश्चित रूप से इस प्रकार के प्रयास रेलवे को अपराध मुक्त करने में सफल साबित होंगे. इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के पहले चरण में ट्रेनों में तैनात आरपीएफ कमांडो की वर्दी पर कैमरे लगाये जायेंगे. उनके कैमरे में रिकार्ड फुटेज को कमांडो की तैनाती वाले मंडल में सुरक्षित रखा जायेगा.
नशाखुरानों पर होगी विशेष नजर
वैसे तो स्टेशन से ही ट्रेन की जनरल बोगियों में सवार होनेवाले यात्रियों का रिकॉर्डिंग रेलवे सुरक्षा बल द्वारा कराया जाता है, लेकिन रेल प्रशासन द्वारा आरपीएफ सिपाहियों की वर्दी में बॉडीवार्न कैमरा लगा कर अपराधियों पर लगाम लगाने की यह एक नयी पहल है.
बॉडीवार्न कैमरा युक्त वर्दी से न केवल अापराधिक घटनाक्रम पर नजर रहेगी बल्कि आरपीएफ कर्मियों की ड्यूटी करने के तरीके पर भी निगरानी रखी जायेगी. कैमरा वर्दी में शर्ट की जेब के पास लगाया जायेगा.
इसका सिस्टम कुछ ऐसा रहेगा कि जवान चाह कर भी ड्यूटी के दौरान इसे बंद नहीं कर सकेगा. मिली जानकारी के अनुसार, कुछ वर्षों में भारतीय रेलवे के सभी स्टेशनों व ट्रेनों पर तैनात रेलवे सुरक्षा बल के जवान बॉडीवार्न कैमरा युक्त वर्दी पहने तैनात मिलेंगे.

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