समय के साथ बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामले

75 प्रतिशत साइबर अटैक होते हैं ईमेल के जरिये कोलकाता : समय के साथ देशभर में साइबर क्राइम के मामले में भी बढ़ोतरी हो रही है. वर्ष 2016 से कोलकाता में भी ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है. फिशिंग, वेबसाइट घुसपैठ, वायरस, मेलवेयर और रैनसमवेयर अटैक के जरिये कार्पोरेट सेक्टर को निशाना बनाया जा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 8:36 AM

75 प्रतिशत साइबर अटैक होते हैं ईमेल के जरिये

कोलकाता : समय के साथ देशभर में साइबर क्राइम के मामले में भी बढ़ोतरी हो रही है. वर्ष 2016 से कोलकाता में भी ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है. फिशिंग, वेबसाइट घुसपैठ, वायरस, मेलवेयर और रैनसमवेयर अटैक के जरिये कार्पोरेट सेक्टर को निशाना बनाया जा रहा है. साइबर क्राइम को अंजाम देने वालों से बचने के लिए खुद की सतर्कता सबसे ज्यादा जरूरी होती है. हैकर्स व साइबर क्राइम को अंजाम देने वाले शख्स की नजर कार्पोरेट सेक्टर पर ज्यादा होती है, क्योंकि वे कंपनियों की महत्वपूर्ण डाटा को चुराकर ज्यादा रुपये कमा सकते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार 75 प्रतिशत साइबर अटैक ईमेल के जरिये होते हैं और ज्यादातर शिकार कार्पोरेट सेक्टर की कंपनियां होती हैं. साइबर क्राइम व अटैक से बचने के लिए सिक्योरिटी पॉलिशी की सख्त जरूरत होती है.

यानी कार्पोरेट सेक्टर की कंपनियों को कंप्यूटर के इस्तेमाल के लिए एक पॉलिशी ग्रहण करना काफी जरूरी होती है. मसलन जिन कंप्यूटर में जरूरी डाटा सेव है या जिन कंप्यूटर का इस्तेमाल वित्तीय व अन्य जरूरी कार्यों के लिए किया जाता है उनमें असुरक्षित साइटों, अनजान ईमेल और लिंक को खोलना सही नहीं होता है. समय-समय पर उसकी ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट की जरूरत भी होती है. इसके अलावा हमेशा महत्वपूर्ण डाटा का बैकअप रखना जरूरी होता है ताकि यदि मेलवेयर और रैनसमवेयर अटैक होने पर कंप्यूटर को जल्द फारमेट कर डाटा तुरंत नष्ट किया जा सके. डाटा के बैकअप रहने से डाटा के नुकसान का भय नहीं होता है. साथ ही पाइरेटेड व कॉपी किये साॅफ्टवेयर के प्रयोग से हमेशा बचना चाहिए. यह बात कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाना के प्रभारी शांतनु चट्टोपाध्याय ने कही है.

वे शुक्रवार को मर्चेंट चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एमसीसीआइ) द्वारा आयोजित परिचर्चा सत्र को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर एमसीसीआइ के आइटी व कम्युनिकेशन के स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन विष्णु कुमार भंडारी ने स्वागत भाषण दिया जबकि साइबर सुरक्षा विषय पर साइबर ऑडिट एक्सपर्ट संदीप सेनगुुप्ता और साइबर क्राइम विषयों की अधिवक्ता एस मुखर्जी ने महत्वपूर्ण विचार रखा. धन्यवाद ज्ञापन एमसीसीआइ के आइटी व कम्युनिकेशन के स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य प्रकाश अग्रवाल ने दिया.

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