उदय नारायण चौधरी ने सोमनाथ चटर्जी से की मुलाकात

!! अजय विद्यार्थी !! कोलकाता : बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता व वंचित वर्ग मोरचा के राष्ट्रीय संयोजक उदय नारायण चौधरी ने रविवार को लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष व वयोवृद्ध नेता सोमनाथ चटर्जी से उनके आवास पर मुलाकात की. मुलाकात के दौरान श्री चटर्जी ने श्री चौधरी से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 18, 2018 5:37 PM

!! अजय विद्यार्थी !!

कोलकाता : बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता व वंचित वर्ग मोरचा के राष्ट्रीय संयोजक उदय नारायण चौधरी ने रविवार को लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष व वयोवृद्ध नेता सोमनाथ चटर्जी से उनके आवास पर मुलाकात की. मुलाकात के दौरान श्री चटर्जी ने श्री चौधरी से आह्वान किया कि देश को बचाइये. श्री चौधरी ने शाम को हावड़ा शरत सदन में मगही मगध नागरिक संघ के वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लेते हुए मगही को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग का समर्थन किया.
श्री चौधरी ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत में कहा कि लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने अपने कार्यकाल के दौरान संसद की सर्वोच्चता को बरकरार रखने व विधायिका की गरिमा को अक्षुण्ण रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी. विधायिका की गरिमा को बनाये रखने के लिए उन्होंने लोकसभा के 11 सांसदों की सदस्यता खारिज कर दी थी और सर्वोच्च न्यायालय ने भी उन्हें बहाल करने से इनकार कर दिया था. इस प्रकार विधायिका की गरिमा को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी.

संसदीय परंपरा का हो रहा है हनन

उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में संसदीय परंपरा का हनन हो रहा है. संविधान को बचाना होगा. इसी से देश बचेगा. दिल्ली में सत्ता में बैठे लोग मनु स्मृति के सिद्धांतों के अाधार पर देश को चलाना चाहते हैं. संविधान के निर्माता डॉ भीमराम आंबेडकर ने समाज के अंतिम व्यक्ति को मुख्य धारा से जोड़ने की बात कही थी, लेकिन आज समाज के अंतिम पायदान पर बैठा व्यक्ति लाचार है. सत्ता में बैठे लोगों के एजेंडे में वह अंतिम व्यक्ति नहीं है. दलित, पिछड़े और आदिवासियों के आरक्षण समाप्त करने की बात कही जा रही है. न्यायापालिका में अभी तक आरक्षण नहीं मिला है. उनकी नीति और नियत में खोट है. वे गरीबों, पिछड़ों, दलितों व आदिवासियों की बात नहीं कर रहे हैं. गोरक्षा, राम मंदिर, लव जेहाद और घर वापसी जैसे भावनात्मक मुद्दे उठा रहे हैं और युवाओं को गुमराह कर रहे हैं.

विपक्ष को एकजुट होने का किया आह्वान

श्री चौधरी ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार दलितों के खिलाफ अपराध 66 फीसदी बढ़े हैं, जबकि सजा केवल 16 फीसदी लोगों को ही मिले हैं. दलितों व पिछड़ों पर अत्याचार बढ़ रहा है. देश के माहौल को बिगाड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ कांग्रेस, राजद, वाम मोरचा, एनसीपी व तृणमूल कांग्रेस जैसी सांप्रदायिकता विरोधी पार्टियों को एकजुट होना होगा. ममता एक बहादुर महिला हैं. वह लगातार सांप्रदायिक ताकतों को चुनौती दे रही हैं और चुनावों में उन्हें पराजित कर रही हैं. इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद.

लालू का जितना विरोध होगा, उन्हें लाभ मिलेगा

जेदयू के असंतुष्ट नेता श्री चौधरी ने जेल में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात के संबंध में पूछे जाने पर कहा कि लालू परिवार को लोग जितना परेशान करेंगे, उनके परिवार को उतना ही लाभ मिलेगा. सोने को जितना तपाया जाता है, वह उतना ही निखरता है. भाजपा व नीतिश कुमार ने तेजस्वी को नेता बना दिया है. इसके लिए उन्हें धन्यवाद देना चाहिए. जदयू से बढ़तीं दूरियों के संबंध में श्री चौधरी ने कहा कि अब तो उन्हें जदयू की बैठक में भी आमंत्रित नहीं किया जाता है. यह पूछे जाने पर कि उनका अगला कदम क्या होगा? उन्होंने कहा कि समय आयेगा, तब पता चलेगा. फिलहाल वह गैर राजनीतिक संस्था ‘वंचित वर्ग मोरचा’ के बैनर तले दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज उठा रहे हैं. उनकी संस्था का प्रमुख काम संविधान और संसदीय परंपरा को बचाना है. इसके बैनर तले सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ गैर भाजपाई ताकतों को एकजुट किया जायेगा.

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