अंतरात्मा की आवाज पर करें मतदान : मीरा कुमार

कोलकाता. राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दल की उम्मीदवार मीरा कुमार ने पश्चिम बंगाल के सांसदों व विधायकों से अपील की कि वे अंतरआत्मा की आवाज पर मतदान करें. यह आदर्श की लड़ाई है. एक ओर असहिष्णुता, भय है, तो दूसरी ओर आदर्श, सहिष्णुता, आदर, सम्मान, पारदर्शिता और गरीबों की हक की लड़ाई है. इस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 7:56 AM
कोलकाता. राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दल की उम्मीदवार मीरा कुमार ने पश्चिम बंगाल के सांसदों व विधायकों से अपील की कि वे अंतरआत्मा की आवाज पर मतदान करें. यह आदर्श की लड़ाई है. एक ओर असहिष्णुता, भय है, तो दूसरी ओर आदर्श, सहिष्णुता, आदर, सम्मान, पारदर्शिता और गरीबों की हक की लड़ाई है.

इस कारण अपने अंतरआत्मा की आवाज पर मतदान करें. लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष व विरोधी दल की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार मंगलवार को विधानसभा पहुंचीं. मीरा कुमार ने तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस व वाम मोरचा के विधायकों के साथ बैठक की और उनसे उन्हें मतदान करने की अपील की. मीरा कुमार के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, अखिल भारतीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी, विपक्षी दल के नेता अब्दुल मन्नान सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 17 विरोधी राजनीतिक दलों ने उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार मनोनीत किया है. उसके लिए वह आभारी हैं. उन्होंने कहा कि आदर्शगत भावना व नैतिक मूल्यों को लेकर उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है. उन्होंने पश्चिम बंगाल की सराहना करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल स्वतंत्रता सेनानियों, सुधारकों और बुद्धिजीवियों का प्रदेश रहा है. वह बचपन से ही शरदचंद्र और रवींद्रनाथ टैगोर को पढ़ती रही हैं. उन लोगों ने सदा ही गरीबों, पिछड़ों और पीड़ित लोगों के लिए संघर्ष किया और उनके लिए आवाज उठायी थी.

पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने राष्ट्रपति के राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद पर निशाना साधते हुए इस बात पर बल दिया कि वह अभिव्यक्ति एवं मीडिया की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रही हैं. उन्होंने ‘भय के माहौल’ की निंदा करते हुए कहा : पहले भी धार्मिक मान्यताएं और प्रथाएं थीं, लेकिन हमने कभी भय का ऐसा माहौल नहीं देखा था. लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या कहना चाहिए, इसको लेकर भय का माहौल है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के विधायकों से कहा : इसे रोकना है. उन्होंने विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस, वाम मोरचा और कांग्रेस के विधायकों से अलग-अलग मुलाकात की और 17 जुलाई को होनेवाले चुनाव में उनको समर्थन देने का संकल्प जताने के लिए उनके प्रति आभार जताया.

Next Article

Exit mobile version