दर्द और गम के बीच शिक्षा पर जोर, टीएमसी ने उठाया ये कदम, जानें क्‍या है बीरभूम जिले के बागतुई का हाल

West Bengal : रामपुरहाट एक नंबर तृणमूल  कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय नेतृत्व के सहयोग से कोचिंग सेंटर के पहले दिन 20 जन छात्र कक्षा में शामिल हुए. हायर सेकेंडरी (बारहवीं) की फाइनल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. इस साल बागतुई गांव के 22 उच्च माध्यमिक के छात्र-छात्राएं (परीक्षार्थी) परीक्षा दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2022 10:19 AM

बीरभूम : बंगाल के इतिहास में बीरभूम का 21 मार्च एक भयानक नरसंहार के लिये जाना जाएगा. इस दिन  बीरभूम के रामपुरहाट थाना अंतर्गत बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रधान भादू शेख और बागतुई गांव के दो शिशु समेत नौ निवासी की हिंसा और बदले की भावना से की गई नृशंस हत्या काला धब्बा है. घटना अभी खत्म नहीं हुई है .सीबीआई जांच चल रही है . इसी दहशत के बीच बागतुई गांव  के आतंकित छात्र छात्राओं में शिक्षा का अलख जगाने की कोशिश तृणमूल कांग्रेस कर रहा है.

इस बीच राज्य का हायर सेकेंडरी (बारहवीं) की फाइनल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. इस साल बागतुई गांव के 22 उच्च माध्यमिक के छात्र-छात्राएं (परीक्षार्थी) परीक्षा दे रहे हैं. इसके अलावा ग्यारहवीं कक्षा के 61 स्टूडेंट्स भी हैं. अगले साल, कई छात्र माध्यमिक परीक्षा में बैठेंगे. लेकिन बागतुई की घटना के बाद छात्रों ने कहा कि वे पढ़ायी पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में स्थानीय शिक्षक छात्रों का मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ खड़े रहे. तृणमूल कांग्रेस की पहल पर बागतुई गांव में एक अवैतनिक कोचिंग सेंटर शुरू किया गया.

रामपुरहाट एक नंबर तृणमूल  कांग्रेस अध्यक्ष व स्थानीय नेतृत्व के सहयोग से कोचिंग सेंटर के पहले दिन 20 जन छात्र कक्षा में शामिल हुए. उद्घाटन के दिन सेवानिवृत्त राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक निखिल कुमार सिन्हा, रामपुरहाट हाई स्कूल की कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका मल्लिका हलदर सहित कई शिक्षक उपस्थित थे. बागतुई गांव में इस तरह की पहल का प्रमुख लोगों ने स्वागत किया है. हत्या और नरसंहार के बाद राज्य का हायर सेकेंडरी परीक्षा शुरू होने से पहले इस गांव के अभ्यर्थियों को रामपुरहाट पहुंचाया गया था. हालांकि, जैसे ही गांव में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हुई, सभी गांव के स्टूडेंट्स अपने घर लौट आए. लेकिन हत्या और नरसंहार के बाद सुरक्षित आश्रय के कारण उनकी पढ़ाई को भारी नुकसान पहुंचा है.

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सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेतृत्व ने कहा कि इस नुकसान की भरपाई के लिए इस कोचिंग सेंटर का आयोजन किया गया है. इस बीच बागतुई मामले की सीबीआई जांच के अलावा सत्ता पक्ष के उप प्रधान भादू शेख की हत्या की भी जांच अब सीबीआई करेगी. भादू शेख की हत्या की जांच कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई को दिया है. दोनों मामलों की जांच रिपोर्ट आगामी 2 मई को हाईकोर्ट में पेश की जानी है. बीरभूम जिला भाजपा पार्टी अध्यक्ष ध्रुव साहा का कहना है कि दहशतगर्द बागतुई में आतंकित छात्र छात्राओं में शिक्षा का अलख जगाने की कोशिश में जुटे तृणमूल के लोग  क्या अपने गुनाह को कम करना चाहते है. या जो नरसंहार को अंजाम दिया उनके दर्द पर निःशुल्क कोचिंग सेंटर के सहारे कम करने की कोशिश की जा रही है.

छात्र छात्राओं का कहना है कि 21 मार्च की रात जो गांव में हत्या और आग लगाकर 9 लोगों को जिंदा जला दिया गया हमने कभी कल्पना भी नहीं किया था कि इस तरह इस गांव में नरसंहार देखना पड़ेगा .वह काली रात हम कभी नही भूल पाएंगे. उस रात को याद कर हमलोग  सिहर जाते है. भादू शेख हत्या मामले में अबतक कुल दस लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. नरसंहार मामले में भी 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

रिपोर्ट : मुकेश तिवारी

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