Cyber Crime : कस्टम से पार्सल रिलीज कराने के नाम पर गंवा दिये 11.53 लाख रुपये

साइबर ठगी. इंग्लैंड का डॉक्टर बनकर महिला से की दोस्ती और महंगा गिफ्ट भेजकर लूट लिया सबकुछ

By Prabhat Khabar Print | May 16, 2024 9:28 PM

आसनसोल/रानीगंज.

साइबर अपराधियों की टीम ने लंबे समय तक रानीगंज थाना क्षेत्र के हिल बस्ती इलाके की निवासी एक महिला को अपने झांसे में लेकर 11.53 लाख रुपये का चूना लगा दिया. यह मामला कमिश्नरेट क्षेत्र के लिए एक नये किस्म का मामला है. इसमें साइबर अपराधियों ने काफी अच्छी कहानी रची जिसमें महिला फंस गयी और स्वेच्छा से अपना सारा पैसा साइबर अपराधियों को सौंप दिया. जबतक महिला कुछ समझ पाती तब तक काफी देर हो चुकी थी. महिला ने साइबर क्राइम थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी. जिसके आधार पर कांड संख्या 42/24 में आइपीसी की धारा 419/420/ 406/120बी के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है. पुलिस उपायुक्त (वेस्ट सह साइबर क्राइम) आशीष मौर्य ने कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती करने से पहले सजग रहें. किसी प्रकार के लालच में या अंग प्रदर्शन करने जैसा कार्य कभी न करें. इसमें साइबर ठगी होने की संभावना प्रबल होती है. किसी भी प्रकार की जानकारी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें.

क्या है पूरा मामला? कैसे महिला के साथ हुई ठगी?

रानीगंज की निवासी महिला ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके व्हाट्सएप पर 2328003685 नंबर से फ्रेंड रिक्वेस्ट का मैसेज आया. उसने फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार किया. रिक्वेस्ट भेजनेवाले ने खुद को इंग्लैंड में रहनेवाला पेशे से चिकित्सक बताया था. दोनों के बीच काफी दोस्ती हो गयी. कुछ दिनों बाद इंग्लैंड के चिकित्सक ने रानीगंज की महिला मित्र को महंगे गिफ्ट भेजने की पेशकश की. जिसमें लेटेस्ट आइफोन, कुछ जेवरात, कपड़े, डॉलर आदि भेजने की बात कही. महिला ने चिकित्सक की पेशकश को स्वीकार कर लिया. जिसके बाद पार्सल से गिफ्ट पहुंच गया. लेकिन यहां आकर कस्टम में फंस गया. महिला के पास दिल्ली एयरपोर्ट से एक तथाकथित कस्टम अधिकारी का कॉल आता है कि इंग्लैंड से आपके नाम पर जो गिफ्ट आया है उसपर कस्टम ड्यूटी देनी होगी, तभी यह पार्सल यहां से रिलीज होगा. महिला ने इंग्लैंड के चिकित्सक को फोन करके यह बात बतायी तो उसने कहा कि कस्टम ड्यूटी देकर ले लो. पार्सल में जो सामान आया था उसका फोटो भी चिकित्सक ने महिला को भेज दिया. गिफ्ट 70 से 75 लाख का रुपये का था. महिला ने उस गिफ्ट के लिए पहले तथाकथित कस्टम अधिकारी को ऑनलाइन पैसे का भुगतान किया, फिर वहां से तथाकथित आयकर विभाग के अधिकारी का फोन आ गया. एक बार पैसा लग गया था तो फिर आयकर विभाग के अधिकारी को भी पैसे का भुगतान किया. इसके बाद तथाकथित एक सीबीआइ अधिकारी का फोन आ गया. इस बीच महिला पार्सल के लिए कुल 11.53 लाख रुपये का भुगतान कर चुकी थी. इतना पैसा भुगतान करने के बाद उसने चिकित्सक को फोन किया कि उसके पास पैसे नहीं है, पार्सल कैसे छुड़ाएं? इतना सुनने के बाद चिकित्सक का फोन नंबर भी नॉट रिचेबल हो गया. इसके बाद महिला को समझ आया कि वह साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस चुकी है. चिकित्सक से लेकर कस्टम अधिकारी, आयकर अधिकारी, सीबीआइ अधिकारी सारे फर्जी थे. महिला ने साइबर क्राइम थाने में आकर बुधवार को शिकायत दर्ज करायी.

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