WB Election 2021: छठे चरण के चुनाव में डबल ‘M’ फैक्टर, मतुआ और मुस्लिम तय करेंगे इन सीटों पर जीत और हार, पढ़ें Special Story

‍Bengal Chunav 2021 Latest Update: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान 43 सीटों पर जारी है. बताया जा रहा है कि विधानसभा की ये 43 सीट चुनाव परिणाम में निर्णयाक भूमिका निभा सकती है. बंगाल के इन सीटों पर मतुआ और मुस्लिम वोटर का खासा असर है. माना जा रहा है कि ये वोटर्स जिस ओर मूव करेंगे, उस पार्टी को छठे चरण के चुनाव में बढ़त मिलेगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2021 9:54 AM

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान 43 सीटों पर जारी है. बताया जा रहा है कि विधानसभा की ये 43 सीट चुनाव परिणाम में निर्णयाक भूमिका निभा सकती है. बंगाल के इन सीटों पर मतुआ और मुस्लिम वोटर का खासा असर है. माना जा रहा है कि ये वोटर्स जिस ओर मूव करेंगे, उस पार्टी को छठे चरण के चुनाव में बढ़त मिलेगी.

बंगाल विधानसभा चुनाव में आज उत्तर 24 परगना, उत्तर दिनाजपुर, नदिया और पूर्वी वर्दवान के 43 सीटों पर मतदान हो रहा है. उत्तर 24 परगना में कुल 17 सीटों पर वोटिंग हो रही है, जिसमें 10-12 सीटों पर सीधे तौर पर मतुआ समुदाय का असर है. इन सीटों पर पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को जीत मिली थी. वहीं नदिया जिले के 9 सीटों में से 3 सीटों पर मतुआ वोटर्स जीत और हार तय करते हैं. उत्तर 24 परगना और नदिया के गाईघाटा, बनगांव-उत्तर, बनगांव-दक्षिण, स्वरूपनगर, हाबरा, अशोक नगर, आमडांगा, बादुरिया, बागदा, कृष्णनगर-उत्तर, कृष्णनगर-दक्षिण और नवद्वीप सीट पर मतुआ वोटर्स अधिक हैं.

इन सीटों पर मुस्लिम वोटर्स का प्रभाव

मतुआ के साथ-साथ छठे चरण के मतदान में मुस्लिम फैक्टर भी महत्वपूर्ण है. छठे चरण के 43 सीटों में से करीब 10 सीटों पर मुस्लिम वोटर्स का सीधा असर है. उत्तर दिनाजपुर के 9 सीटों में से 7-8 सीटों पर मुस्लिम वोटर्स ही जीत और हार तय करते हैं. वहीं उत्तर 24 परगना में भी कई सीट मुस्लिम बहुल है. पिछले चुनाव में उत्तर दिनाजपुर में लेफ्ट 2 सीटों पर, टीएमसी 6 सीटों पर और कांग्रेस एक सीट पर जीती थी.

2019 के परिणाम

2019 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद बंगाल में राजनीतिक समीकरण बदला है. कभी ममता बनर्जी का मतुआ वोट बैंक आम चुनाव में भाजपा की ओर शिफ्ट कर गया. जिसकी वजह से 43 सीटों में से बीजेपी को 19 सीट पर बढ़त मिली थी. वहीं टीएमसी को इस चुनाव में 24 सीटों पर बढ़त प्रदान हुई थी.

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टीएमसी और बीजेपी में मुख्य मुकाबला-

बता दें कि छठे चरण के मतदान में मुख्य रूप से टीएमसी और बीजेपी के बीच लड़ाई है.पिछले चुनाव में मतुआ और मुस्लिम दोनों वोटर्स का साथ दीदी को मिला था, लेकिन लोकसभा चुनाव में मतुआ वोटर्स बीजेपी की ओर शिफ्ट कर गया. वहीं इस बार टीएमसी का दावा है कि मतुआ वोटर्स बीजेपी के झांसे में न फंसकर टीएमसी के साथ आएगी, जबकि बीजेपी को उम्मीद है कि लोकसभा की तरह इस बार भी उसे मतुआ वोटर्स का समर्थन मिलेगा

Posted By: Avinish Kumar Mishra

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