Bengal Election Result 2021 |Dkashin Dinajpur|: दक्षिण दिनाजपुर जिले की 6 सीटों में चार पर टीएमसी और दो पर बीजेपी आगे

दक्षिण दिनाजपुर जिला - 2016 में 6 सीटों में से 3 सीटों पर लेफ्ट और आरएसपी, 2 सीटों पर टीएमसी और एक सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. बीजेपी इस दौरान एक भी सीट हासिल नहीं कर पायी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2021 5:14 PM

दक्षिण दिनाजपुर जिला – 2016 में 6 सीटों में से 3 सीटों पर लेफ्ट और आरएसपी, 2 सीटों पर टीएमसी और एक सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. बीजेपी इस दौरान एक भी सीट हासिल नहीं कर पायी थी.

2021 के उम्मीदवार

  • कुष्मांडी: रेखा रॉय(टीएमसी), रंजीत कुमार राय(बीजेपी), नर्मदा चंद्र राय(आरएसपी)

  • कुमारगंज: तोराफ हुसैन मंडल(टीएमसी), मानस सरकार(बीजेपी), नर्गिस बानू चौधरी( कांग्रेस)

  • बालूरहाट: शेखर दासगुप्ता(टीएमसी), अशोक लाहिड़ी(बीजेपी), सुचेता बिस्वास(आरएसपी)

  • तपन: कल्पना किस्कू(टीएमसी), बुधराई टुडू(बीजेपी), रघु उर्वू(आरएसपी)

  • गंगारामपुर: गौतम दास(टीएमसी), सत्येन्द्रनाथ राय(बीजेपी), नंदलाल हाजरा(सीपीआईएम)

  • हरीरामपुर: बिपल्ब मित्रा(टीएमसी), निरंजन राय(बीजेपी), रफिकुल इस्लाम(सीपीआईएम)

दक्षिण दिनाजपुर जिला –

दक्षिण दिनाजपुर जिले की 6 विधानसभा कुष्मांडी (एससी), कुमारगंज, बालुरघाट, तपन (एसटी), गंगारामपुर (एससी) और हरीरामपुर विधानसभा सीटों पर सातवें चरण 26 अप्रैल को वोटिंग हुई हैं. दक्षिण दिनाजपुर की ये 6 सीटें बालुरघाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं.

मगर, 2019 में मोदी की लहर में लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी बह गयी थी. बालुरघाट लोकसभा की 3 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की बढ़त थी और बालुरघाट लोकसभा सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल कर ली थी. हालांकि 2019 में कांग्रेस और लेफ्ट की वोटें बीजेपी की खाते में चली गयी थी जिससे बीजेपी की चुनावी वैतरणी पार लग गयी थी. इस बार अपना अस्तित्व वापस पाने के लिए लेफ्ट, कांग्रेस ने आइएसएफ के साथ मिलकर संयुक्त मोर्चा बनाया है.

2016 विधानसभा चुनाव में किसका था कब्जा

40. तपन (एसटी)- बच्चू हांसदा (टीएमसी )

39. बालुरघाट- विश्वनाथ चौधरी (आरएसपी)

41. गंगारामपुर (एससी) – गौतम दास (कांग्रेस)

37. कुष्मांडी (एससी)- नर्मदा चंद्र राॅय (आरएसपी)

42. हरीरामपुर – रफीकुल इस्लाम (लेफ्ट)

38. कुमारगंज- तोरफ हुसैन मंडल (टीएमसी)

2019 लोकसभा चुनाव परिणाम पर एक नजर

2019 में लोसकभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट को टीएमसी से छीना था. दरअसल, इस सीट पर लेफ्ट की रिवॉल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के गढ़ में 2014 में टीएमसी की अर्पिता घोष ने सेंधमारी की थी. मगर, 2019 में मोदी की लहर में इस सीट से टीएमसी भी साफ हो गयी और बीजेपी के डाॅ. सुकांत मजूमदार ने जीत हासिल की. डाॅ. सुकांत मजूमदार को 5,39,317 वोट मिले थे जबकि टीएमसी की अर्पिता घोष को 5,06,024 वोट मिला था. आरएसपी के रनेन बर्मन जिन्होंने 4 बार लगातार जीत हासिल की थी, उन्हें मात्र 72, 990 वोट मिले थे. कांग्रेस चौथे स्थान पर थी.

Posted by : Babita Mali

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