झारखंड की चौकसी से घटी वाहनों में ओवरलोडिंग

आसनसोल अनुमंडल में रोजाना एक दर्जन वाहनों का कटता है सीजर टैक्स वसूली की डिजिटल तकनीक होने के कारण गच्चा देना मुश्किल सीतारामपुर : झारखंड सीमावर्त्ती इलाके में प्रवेश चेकपोस्ट के डिजिटल हो जाने के कारण ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन में काफी कमी आ गयी है. मोटर वाहन निरीक्षक कार्यालय सूत्रों के अनुसार रोजाना एक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 23, 2017 7:51 AM
आसनसोल अनुमंडल में रोजाना एक दर्जन वाहनों का कटता है सीजर
टैक्स वसूली की डिजिटल तकनीक होने के कारण गच्चा देना मुश्किल
सीतारामपुर : झारखंड सीमावर्त्ती इलाके में प्रवेश चेकपोस्ट के डिजिटल हो जाने के कारण ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन में काफी कमी आ गयी है. मोटर वाहन निरीक्षक कार्यालय सूत्रों के अनुसार रोजाना एक दर्जन वाहन ही ओवरलोडेड के मामले में पकड़े जाते हैं. जिनसे जुर्माना वसूला जाता है.
आसनसोल अनुमंडल अंतर्गत नेशनल हाइवे दो के रामपुर चेकपोस्ट पर इसकी जांच होती है.इसके साथ ही विभागीय अधिकारी पेट्रोलिंग के दौरान भी संदेह होने पर वाहनों को रोक कर ओवरलोडिंग की जांच करते हैं. अधिकारियों के अनुसार पहले की तुलना में ओवरलोडेड चलनेवाले वाहनों की संख्या काफी कम हो गयी है. इसका मुख्य कारण झारखंड सीमा पर टैक्स वसूली की जांच के लिए डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाना है. राज्य मुख्यालय के स्तर से भी हर सप्ताह औचक छापेमारी की जाती है तथा गड़बड़ी पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की जाती है. यही कारण है कि झारखंड से ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन काफी कम हो गया है.
उन्होंने कहा कि रामपुर चेक पोस्ट की पेट्रोलिंग टीम प्रत्येक दिन औसतन एक दर्जन वाहन ही ओवर लोडि¨ग के मामले में पकड़ पाती है. बीते दिसंबर में करीब 275 ओवर लोड वाहनों से जुर्माना वसूला गया है. जनवरी माह में तीन सौ तथा फरवरी माह में 290 वाहनों का सीजर काटा गया है.
ठेलों पर बज रहे अश्लील गानों से परेशानी
बराकर. इन दिनों बराकर इलाके मे ठेले पर आइसक्र ीम तथा अन्य सामान बेचने वाले ठेले पर अश्लील तथा फूहड़ गीतों के कैसेट बजा रहे है. इससे नागरिकों में काफी आक्रोश है. मालूम हो कि इलाके में दर्जनों ऐसे ठेले हैं, जिसपर सुबह से लेकर रात 10 बजे तक गली- मोहल्ला में घूम-घूम कर अश्लील गाना बजा कर सामानों की बिक्री की जाती है. आम जनता खास कर स्कूल जाने वाले स्टूडेंट्सों तथा लड़कियों को शर्मिदंगी उठानी पड़ती है. ठेले वाले इतना निडर हैं कि अपने लाइड स्पीकर को पूरे जोर से बजाकर घूमते फिरते है. स्कूल मे परीक्षा चल रही है. इन ठेले वालो को पुलिस प्रशासन और नगर निगम प्रशासन का भी डर नहीं है. जहां-तहां सड़क पर ठेला खड़ा कर देते हैं. कई बार जाम की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है . जबकि सरकारी नियम के अनुसार रात्रि मे आठ बजे के बाद बाजा बजाने पर रोक है.

Next Article

Exit mobile version