14 हजार लीटर क्षमता वाले अग्निशामक वाहन के आने से दमकल विभाग हुआ मजबूत

आसनसोल बाजार इलाके में यह वाहन भी होगा नाकाम. बाजार क्षेत्र में अगलगी की घटना पर नियंत्रण के लिए नयी रणनीति. गर्मी के दिनों में आसनसोल बाजार क्षेत्र हमेशा खतरे के निशान पर. सत्येंद्र कुमार तुरी, आसनसोल : 14 हजार लीटर क्षमता वाले अग्निशामक वाहन के आसनसोल फायर ब्रिगेड विभाग में जुड़ने से विभाग को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2020 6:54 AM
  • आसनसोल बाजार इलाके में यह वाहन भी होगा नाकाम.
  • बाजार क्षेत्र में अगलगी की घटना पर नियंत्रण के लिए नयी रणनीति.
  • गर्मी के दिनों में आसनसोल बाजार क्षेत्र हमेशा खतरे के निशान पर.
सत्येंद्र कुमार तुरी, आसनसोल : 14 हजार लीटर क्षमता वाले अग्निशामक वाहन के आसनसोल फायर ब्रिगेड विभाग में जुड़ने से विभाग को मजबूती मिली, लेकिन आसनसोल बाजार इलाके में अग्निकांड होने से बचाव कार्य में यह वाहन भी नाकाम साबित होगा. आसनसोल फायर स्टेशन के प्रभारी देबायन पोद्दार ने बताया कि बाजार इलाके में अनप्लान्ड वे में निर्माण होने से बचाव कार्य के लिए वाहनें इलाके में प्रवेश नहीं कर पायेंगे. इस परिस्थिति के लिए नयी रणनीति तैयार की गयी है.
जिसके तहत फायर एक्सटिंग्युशर के साथ दो बुलेट वाहन को संकरी गलियों में प्रवेश कराने की योजना बनाई गई है. हालांकि बड़े अग्निकांड में यह ज्यादा उपयोगी साबित नहीं होगी. आसनसोल बाजार इलाका फायर ब्रिगेड के लिए हमेशा से ही चुनौती बना हुआ है.
आसनसोल फायर स्टेशन के प्रभारी श्री पोद्दार ने बताया कि इलाके में अग्निकांड से निबटने के लिए 22 सौ लीटर, 35 सौ लीटर, आठ हजार लीटर और 12 हजार लीटर क्षमता वाले कुल चार अग्निशामक वाहन यहां है.
सरकार ने 14 हजार लीटर क्षमता वाले नये अग्निशामक वाहन को मुहैया कराने से विभाग को काफी मजबूती मिली है. नये वाहन से किसी बहुमंजिली व ऊंची इमारत में अगलगी की घटना को आसानी से नियंत्रित किया जा सकेगा. आसनसोल फायर स्टेशन के दायरे में पुरुलिया से सटे डिसरगढ़ पुल, झारखंड से सटे बराकर पुल, जेके नगर, चित्तरंजन तक के क्षेत्र आते हैं.
आसनसोल बाजार, बस्तीन बाजार, मुंशी बाजार, आसनसोल होल-सेल सब्जी मंडी, पक्का बाजार, बाइ लेन प्लास्टिक गली, मस्जिद रोड, सरकारी कुंआ रोड, बाकर अली लेन, कमला भवन रोड आदि स्थानों की गलियां में अग्निशामक वाहन का प्रवेश नहीं हो सकता है. इन इलाकों में यदि अग्निकांड की घटना होती है तो पूरी क्षमता से बचाव कार्य को अंजाम देना कठिन चुनौती है.
शार्ट सर्किट की संभावना हमेशा बनी हुई है
आसनसोल फल मंडी, सब्जी मंडी व होल-सेल बाजार संलग्न इलाकों में पुराने विद्युत खंभे पर मकड़े के जालों की तरह लिपटे जर्जर विद्युत के तार से कभी भी अगलगी की घटना हो सकती है. गर्मी के दिनों में इसकी संभावना काफी बढ़ जाती है. इन इलाकों में अग्निशामक वाहनों का प्रवेश नामुमकिन है. ऐसे में यहां दुर्घटना होने पर भारी नुकसान हो सकता है.
लोगों को लगातार किया जा रहा है जागरूक
फायर स्टेशन के प्रभारी श्री पोद्दार ने कहा कि विभाग द्वारा शिल्पांचल के कल कारखानों, संस्थानों, शॉपिंग मॉल, कॉरपोरेट कार्यालयों, शिक्षण संस्थानों में नियमित रूप से आग लगने की स्थिति में बचाव कार्य के लिए वर्कशॉप का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जाता है.
आपात स्थिति में नागरिकों को संयम बनाये रखने और 101 नंबर पर तुरंत सूचना देने को कहा गया है. बड़े कल कारखानों, औद्योगिक इकाइयों को आग निरोधी निर्देंशों का पालन करने, विद्युत उपकरणों का नियमित रख रखाव करने, कारखाने में पर्याप्त फायर एक्सटिंग्युशर रखने और दमकल विभाग का आपात नंबर से कर्मचारियों को अवगत कराने का निर्देश दिया गया है.

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