रानीगंज के अपहृत व्यवसायी को पुलिस ने कांकसा से बरामद किया
दो आरोपी हुए गिरफ्तार, पुलिस रिमांड में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूला. आरोपियों की निशानदेही पर व्यवसायी को कांकसा से बरामद किया पुलिस ने, पांच लाख रुपये की मांगी गयी थी फिरौती. रानीगंज : बकाया पैसे की उगाही को लेकर ग्यारह फरवरी को अपहृत हुए रानीगंज भगतपाड़ा निवासी व व्यवसायी सपन भगत (45) को अपराधियों […]
- दो आरोपी हुए गिरफ्तार, पुलिस रिमांड में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूला.
- आरोपियों की निशानदेही पर व्यवसायी को कांकसा से बरामद किया पुलिस ने, पांच लाख रुपये की मांगी गयी थी फिरौती.
रानीगंज : बकाया पैसे की उगाही को लेकर ग्यारह फरवरी को अपहृत हुए रानीगंज भगतपाड़ा निवासी व व्यवसायी सपन भगत (45) को अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस ने शनिवार रात को कांकसा इलाके से बरामद किया और सकुशल उन्हें घर पहुंचाया. ग्यारह फरवरी को श्री भगत के अपहरण की शिकायत उनकी पत्नी सपना भगत ने रानीगंज थाने में दर्ज कराई थी.
मोबाइल फोन ट्रेकिंग कर पुलिस ने कांकसा इलाके से दो आरोपियों पलाशडांगा के अरविंद चौधरी और लालबाबा डांगा के रामलखन पाल को गिरफ्तार किया. पुलिस रिमांड में पूछताछ के बाद आरोपियों की निशानदेही पर श्री भगत को पुलिस ने बरामद किया.
श्रीमती भगत ने बताया कि ग्यारह फरवरी को उनके पति के मोबाइल फोन पर कुछ काम के सिलसिले में फोन आया. उन्हें पानागढ़ बुलाया गया. वे पानागढ़ पहुंचे उसके बाद से उनका मोबाइल फोन बंद हो गया. रात साढ़े सात बजे घर के मोबाइल फोन पर कॉल आया कि पति को जिंदा चाहिए तो पांच लाख रुपये का भुगतान कर उसे ले जाओ. श्रीमती भगत ने तत्काल इसकी शिकायत रानीगंज थाने में दर्ज कराई.
पुलिस ने सभी मोबाइल फोन नंबरों की जांच करने के बाद आरोपियों की पहचान कर ली. कांकसा इलाके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. छह दिन की पुलिस रिमांड में आरोपियों ने बताया कि सपन भगत ने छह माह पूर्व भेड़ पालन के लिए ढ़ाई लाख रुपया उनसे कर्ज लिया था. पैसा वापस मांगने पर आनाकानी कर रहा था. पैसा वापस लेने के लिए उसे पानागढ़ बुला कर उसे बंधक बनाया गया था. आरोपियों की निशानदेही पर श्री भगत को सकुशल बरामद किया गया.