गंदगी के कारण मच्छरजनित बीमारी फैलने की आशंका बढ़ी

वार्ड 11 में कूड़ेदान और सफाई कर्मियों की कमी के कारण इलाके में सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल जामुड़िया : आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 11 में कूड़ेदान की कमी के कारण लोगों ने खुली जगह को ही कूड़ेदान बना दिया है. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव नियमित नहीं होने से इलाके में मच्छरजनित […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 25, 2020 1:47 AM

वार्ड 11 में कूड़ेदान और सफाई कर्मियों की कमी के कारण इलाके में सफाई व्यवस्था का हाल-बेहाल

जामुड़िया : आसनसोल नगर निगम के वार्ड नंबर 11 में कूड़ेदान की कमी के कारण लोगों ने खुली जगह को ही कूड़ेदान बना दिया है. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव नियमित नहीं होने से इलाके में मच्छरजनित बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है. पानी निकासी व्यवस्था सही नहीं होने के कारण लोगों की परेशानी चरम पर है. नालियां ओवरफ्लो हो रही है. वार्ड पार्षद बेबी खातून का दावा है कि सीमित संसाधनों में इलाके की सफाई व्यवस्था दुरुस्त है. उनका यह दावा जमीनी हकीकत परे है.

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी?

स्टाफपाड़ा के निवासी मोहम्मद अजीम ने कहा कि मोहल्ले में नियमित सफाई ना होने के कारण चारों तरफ गंदगी फैली हुई है. कूड़ेदान के अभाव में लोग जहां-तहां कचरा फेंकते हैं. नालियों की नियमित सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों पर बिखरा रहता है. गंदगी के कारण मच्छरजनित बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है.

स्टाफपाड़ा इलाके के निवासी मोहम्मद जाकिर ने कहा कि मोहल्ले में कूड़ेदान की भारी कमी है. जिसके कारण लोग कचरा खुले में फेंकने को मजबूर होते हैं. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव ईद-बकरीद के समय पर ही होता है. फॉगिंग मशीन का प्रयोग आज तक इलाके में नहीं हुआ है.

स्टाफपाड़ा इलाके के निवासी मोहम्मद रिजाउद्दीन ने कहा कि कूड़ेदान से कचरा की सफाई नियमित रूप से नहीं होने के कारण आवारा पशु पूरे कचरे को फैला देते हैं. यही कचरा आवारा पशुओं का चारागाह बन जाता है. जिससे इलाके में लोगों को काफी परेशानी होती है.

छतीमडांगा इलाके के निवासी मोहम्मद शमशेर ने कहा कि ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव ईद-बकरीद के समय पर होता है. फॉगिंग मशीन का प्रयोग आज तक मोहल्ले में नहीं की हुआ है. अब लोग प्रदूषित वातावरण में रहने के आदि हो गये हैं.

छतीमडांगा इलाके निवासी मोहम्मद कुर्बान का कहना है कि महीने में एक बार नाली की सफाई होती है. अधिकांश समय नालियां जाम रहती हैं. जिससे पूरे इलाके में दुर्गंध फैला रहता है. कूड़ेदान की कमी के कारण जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ है.

श्रीपुर कोलियरी अस्पताल इलाके के निवासी मृदुल हाड़ी ने कहा कि इलाके में नियमित सफाई ना होने के कारण मच्छरों का प्रकोप काफी है. शाम होते ही मच्छरों का आतंक चरम पर होता है. ब्लीचिंग पावडर तथा कीटनाशक का छिड़काव विशेष अवसरों पर होता है.

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