अस्पताल को लेकर मंत्री ने की बैठक

आसनसोल : श्रम व विधि मामलों के मंत्री सह रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन मलय घटक ने शनिवार को आसनसोल जिला अस्पताल के डीएनबी सभागार में बैठक की. बैठक में एडीडीए चेयरमैन तापस बनर्जी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. निखिलचंद दास, सहायक अधीक्षक डॉ. कौकंन राय, भाष्कर हाजरा, बोरो चेयरमैन दयामय राय, पार्षद शिवदास चटर्जी, डॉ. प्रसेनजीत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 8, 2019 2:16 AM

आसनसोल : श्रम व विधि मामलों के मंत्री सह रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन मलय घटक ने शनिवार को आसनसोल जिला अस्पताल के डीएनबी सभागार में बैठक की.

बैठक में एडीडीए चेयरमैन तापस बनर्जी, अस्पताल अधीक्षक डॉ. निखिलचंद दास, सहायक अधीक्षक डॉ. कौकंन राय, भाष्कर हाजरा, बोरो चेयरमैन दयामय राय, पार्षद शिवदास चटर्जी, डॉ. प्रसेनजीत चटर्जी, डॉ. निलांजन चटर्जी, डॉ. संजीव चटर्जी, नर्सिंग अधीक्षक सुरभि मुखर्जी, तरूण भट्टाचार्य आदि उपस्थित थे. पिछले बैठक के मुद्दों की समीक्षा की गयी. साथ ही स्वास्थ्य परिसेवा तथा सुरक्षा में वृद्धि के मुद्दों पर विचार-विर्मश किया गया.

डॉ. दास ने बताया कि नये शव गृह को दिसम्बर के अंत तक चालू करने का निर्देश दिया गया है. आसनसोल जिला अस्पताल के नोडल अधिकारी सौम्यदीप बनर्जी ने बीते दिनों सुरक्षा के मुद्दे को लेकर अस्पताल का दौरा किया था. जिसमें कुछ और स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए चिन्हित किया गया है. यहां पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की अनुमति चेयरमैन श्री घटक ने दिया है.

जिला अस्पताल के पुराने भवन में भी फायर अलार्म बटन लगाने के निर्देश दिये गये. पुलिस बैरिकेड के लिये कर्मियों की नियुक्ति की जायेगी. वरिष्ठ रेसीडेंट मेडिकल विभाग के लिये मेडिकल अधिकारी के नियोजन की मांग की गयी. टीएनबी क्राईटेरिया को पूरा करने के लिये सूची तैयार की जायेगी.

आसनसोल जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी पंप स्टेशन में रिजर्वर आदि का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. उसे 31 दिसम्बर तक चालू कर दिया जायेगा. अस्पातल के पुराने भवन में भी मेडिकल गैस पाइपलाइन लगाने का कार्य शुरू करने के निर्देश दिये गये. अस्पताल में सिटी स्कैन का दायित्व एजेंसी को दिया जायेगा. आसनसोल जिला अस्पताल सब-मीटर लगाकर एजेंसी को बिजली की आपूर्ति नहीं करेगी.

सिटी स्कैन सेंटर के एजेंसी मालिक को बिजली आपूर्ति के लिये अपने नाम से अलग से कनेक्शन लेना होगा. सीएमओएच के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर ट्रॉमा सेंटर के उपकरणों को वापस मंगाया जायेगा. अस्पताल में दो एनस्थैटिक चिकित्सक तथा दो आर्थोपैडिक चिकित्सक की मांग को लेकर पत्र लिख जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में प्रसूता मृत्यु दर में कमी आयी है.

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