करतारपुर गुरुद्वारा में तीर्थ यात्रियों से शुल्क लेना सिख समाज का अपमान

दुर्गापुर के भाजपा सदस्य ने पत्र के जरिये विदेश मंत्रालय को शुल्क हटाने का किया था ऑनलाइन आवेदन दुर्गापुर : पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा में सीख समुदाय के गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत 12 नवंबर को की गयी. पाकिस्तान स्थित करतारपुर गुरुद्वारा में दुनिया के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 19, 2019 2:02 AM

दुर्गापुर के भाजपा सदस्य ने पत्र के जरिये विदेश मंत्रालय को शुल्क हटाने का किया था ऑनलाइन आवेदन

दुर्गापुर : पाकिस्तान के करतारपुर स्थित गुरुद्वारा में सीख समुदाय के गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर कॉरिडोर की शुरुआत 12 नवंबर को की गयी. पाकिस्तान स्थित करतारपुर गुरुद्वारा में दुनिया के विभिन्न देशों से सिख समाज के हजारों तीर्थ यात्री पहुच रहे हैं.
गुरुद्वारा में जानेवाले हर तीर्थ यात्री को 20 अमेरिकी डॉलर का भुगतान करना पड़ रहा है, जबकि सिख गुरुओं का आदेश है कि भक्त श्रद्धालु तीर्थ यात्री और दर्शनार्थियों को गुरुद्वारा में मुफ्त में दर्शन करने दिया जाता है. इस नीति को दर्शन दीदार कहते हैं, लेकिन पाकिस्तान द्वारा करतारपुर गुरुद्वारा में आनेवाले सीख समाज के लोगों से 20 अमेरिकी डॉलर वसूली जा रही है, जिससे देश के साथ साथ बर्दवान जिला के भी हजारों सीख भाई बहनें आहत हैं.
दुर्गापुर इस्पात नगर निवासी भाजपा संगठन सदस्य संदीप चक्रवर्ती ने यात्रियों से शुल्क हटाने को लेकर 21 अक्तूबर को केंद्र सरकार की ऑनलाइन पोर्टल (सिपीजीआरएएमएस) के जरिए शुल्क हटाने का आवेदन किया था एवं विदेश मंत्रालय से पाकिस्तान के ऊपर दबाव बनाने की मांग की थी. पत्र के जवाब में 25 अक्तूबर को विदेश मंत्रालय के अधीन मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के विदेश मंत्री एस जयशंकर एवं ज्वाइंट सेक्रेटरी दीपक मित्तल ने पत्र पर सहमति जताई एवं पाकिस्तान की कड़ी भर्त्सना की है.

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