11 सदस्यीय व्यवसाय एवं ट्रेड एडवाइजरी कमेटी गठित

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम अधीनस्थ क्षेत्र के उद्यमियों एवं व्यवसायिक संगठनों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से मेयर जितेंद्र तिवारी के निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने 11 सदस्यीय व्यवसाय एवं ट्रेड एडवाइजरी कमेटी का गठन किया. कमेटी में विभिन्न चेंबरों एवं व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है. कमेटी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 16, 2019 6:59 AM

आसनसोल : आसनसोल नगर निगम अधीनस्थ क्षेत्र के उद्यमियों एवं व्यवसायिक संगठनों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के उद्देश्य से मेयर जितेंद्र तिवारी के निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने 11 सदस्यीय व्यवसाय एवं ट्रेड एडवाइजरी कमेटी का गठन किया.

कमेटी में विभिन्न चेंबरों एवं व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है. कमेटी सदस्य 15 दिनों के अंतराल पर नियमित बैठक कर व्यवसायियों की समस्याओं से नगर निगम प्रशासन को और निगम के दिशा निर्देशों एवं नियमों से व्यवसायियों को अवगत करायेंगे और जरूरी परामर्श देंगे.
मेयर श्री तिवारी ने अपने कक्ष में रविवार को इस कमेटी की घोषणा मीडियाकर्मियों के सामने की. कमेटी सदस्यों में आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के मुख्य सलाहकार आरएन यादव, चेंबर के पूर्व अध्यक्ष नरेश अग्रवाल, फॉस्बेक्की के महासचिव सुब्रत दत्त, आसनसोल मर्चेंट चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रिज के सचिव निखिलेश उपाध्याय, नियामतपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव गुरविंदर सिंह, फॉस्बेक्की के कार्यकारी अध्यक्ष आरपी खेतान, जामुडिया चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रिज के सचिव अजय खेतान, रानीगंज के व्यवसायी आरपी चौधरी, आसनसोल क्लब के अध्यक्ष सचिंद्रनाथ रॉय, अधीर रूद्र, फॉस्बेक्की के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल शामिल हैं.
निगम के राजस्व अधिकारी श्यामा प्रसाद मुखर्जी को कमेटी का समन्वयक बनाया गया है. श्री मुखर्जी की अध्यक्षता में ही हर 15 दिनों के अंतराल पर कमेटी सदस्यों की बैठकों का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि कमेटी नगर निगम एवं व्यवसायियों के बीच सेतू का काम करेगी.
कमेटी के गठन से उन्होंने व्यवसाइयों एवं नगर निगम के बीच बेहतर संबंध स्थापित होने और उनके समस्याओं के पहल की दिशा में सकारात्मक कदम बताया. उन्होंने कहा कि शिल्पांचल के विभिन्न व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधि लंबे समय से उनके और नगर निगर के बीच मध्यस्थ कमेटी के गठन की मांग कर रहे थे. जो खुल कर व्यवसाइयों की समस्याओं और उनके पक्ष को बेबाक तरीके से नगर निगम के समक्ष रखे.
श्री तिवारी ने कहा कि निगम अंचलों में बहुत से व्यवसायिक प्रतिष्ठान बिना ट्रेड लाइसेंस के ही संचालित हो रहे हैं. उन्होंने ‘एगिये बांगला’ प्रकल्प के तहत निगम परिसेवाओं के ऑनलाइन किये जाने से पहले की अपेक्षा अब आसानी से ट्रेड लाइसेंस बनने की बात कहते हुए व्यवसायियों से ट्रेड लाइसेंस बनवाकर व्यवसाय करने का आग्रह किया.
आसनसोल, रानीगंज चेंबरों के पदाधिकारियों को नहीं मिली जगह
मेयर जितेंद्र तिवारी की इस घोषणा से कुछ व्यवसायिक संगठनों में निराशा का माहौल है. उनका कहना है कि नगर निगम इलाके में आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स तथा रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स की अपनी सक्रियता तथा साख है. इन दोनों संगठनों के मौजूदा पदाधिकारियों को इसमें कोई स्थान नहीं मिला है. हालांकि इन दोनों संगठनों का जो प्रतिनिधित्व दिया गया है.
वे पराजित पैनल के प्रतिनिधि हैं. उन्होंने मेयर श्री तिवारी से आग्रह किया कि इनके पदाधिकारियों को शामिल करने से नगर निगम और आसनसोल व रानीगंज के अधिकतम व्यवसायियों का प्रतिनिधित्व करनेवाले चेंबरों के बीच बेहतर समन्वय हो सकता था. उनका यह भी कहना है कि कमेटी सदस्य चुनना मेयर श्री तिवारी का विशेषाधिकार है.

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