मॉब लिंचिंग की घटनाओं को समाज के लिए बताया बेहद खतरनाक

कानून हाथ में लेने के बजाय पुलिस, प्रशासन को सूचना देने की अपील आसनसोल : मॉब लिंचिंग की घटनाओं में लगातार बढोत्तरी एवं बेकसूर लोगों को निशाना बनाये जाने को लेकर शिल्पांचल के प्रशासनिक एवं उच्च पदस्थ अधिकारियों ने चिंता जताते हुए इस पर सख्ती से रोक लगाये जाने और लोगों में जागरूकता चलाये जाने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 15, 2019 2:04 AM

कानून हाथ में लेने के बजाय पुलिस, प्रशासन को सूचना देने की अपील

आसनसोल : मॉब लिंचिंग की घटनाओं में लगातार बढोत्तरी एवं बेकसूर लोगों को निशाना बनाये जाने को लेकर शिल्पांचल के प्रशासनिक एवं उच्च पदस्थ अधिकारियों ने चिंता जताते हुए इस पर सख्ती से रोक लगाये जाने और लोगों में जागरूकता चलाये जाने की बात कही. भीड़ के बेकाबू होकर बिना जांच और सच्चाई जाने हिंसक रूप ले लेने से लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है.
मेयर सह तृणमूल जिलाध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को समाज के लिए खतरनाक बताते हुए लोगों को इससे बचने को कहा. उन्होंने प्रशासन से अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया. जनसाधारण से अफवाहों पर ध्यान न देने और मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं में लिप्त न होने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर ऐसी घटना होती भी है तो प्रशासन को संज्ञान में लाते हुए इससे अवगत करायें न कि खुद कानून को हाथों में ले लें.उन्होंने कहा कि भीड़ को उकसाने वाले तत्वों से बचें और अफवाह से दूरी बनायें.
काजी नजरूल यूनिवर्सिटी (केएनयू) के कुलपति डॉ साधन चक्रवर्ती ने मॉब लिंचिग की घटनाओं पर चिंता जताते हुए लोगो को अफवाहों से बचने और कानून को हाथ में न लेने का आग्रह किया. उन्होंने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को शर्मनाक बताते हुए बेकसूर निहत्थे लोगों के साथ हो रही हिंसा पर रोक के लिए पुलिस को सख्ती से निबटने को कहा. उन्होंने कहा कि भीड़ बिना निर्णय और जांच के ही किसी को भी कसूरवार मान बैठती है और हिंसा पर उतारू हो जाती है.
पुलिस आयुक्त डीपी सिंह ने मॉब लिंचिंग की घटनाओं को दु:खद बताते हुए मॉब लिंचिंग में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही. उन्होंने कहा कि मॉब लिचिंग जैसी शर्मनाक घटनाओं में शामिल लोगों और कानून को हाथों में लेने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. किसी को सजा देने का काम कानून का है.
इसके फैसले के लिए देश में न्यायालय और प्रशासन है.उन्होंने सोशल मीडिया फेसबुक, व्हाट्सएप्प व अन्य एप्प पर बच्चा चोरी जैसे अफवाहों को हवा देने वालों पर नजर रखने के लिए साइबर सेल के लोगों को लगाये जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि साईबर सेल के लोग सोशल साइटस पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं. ऐसा करने वालों पर भी आपराधिक मामला के तहत कार्रवाई की जायेगी.

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