ग्राम प्रधान के घर में ही नहीं है शौचालय

बर्दवान : पूर्व बर्दवान जिला ‘निर्मल जिला’ के रुप से पहले ही घोषित हो चुका है. लेकिन आउसग्राम एक नंबर प्रखंड के दिगनगर एक नंबर पंचायत के प्रधान के मकान में शौचालय नहीं है. प्रधान तथा उनके परिजन मकान के नजदीक खुले स्थान में शौच करते हैं. प्रधान माधवी माजी ने कहा कि वे खेतिहर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 22, 2019 12:50 AM

बर्दवान : पूर्व बर्दवान जिला ‘निर्मल जिला’ के रुप से पहले ही घोषित हो चुका है. लेकिन आउसग्राम एक नंबर प्रखंड के दिगनगर एक नंबर पंचायत के प्रधान के मकान में शौचालय नहीं है. प्रधान तथा उनके परिजन मकान के नजदीक खुले स्थान में शौच करते हैं. प्रधान माधवी माजी ने कहा कि वे खेतिहर मजदूर परिवार है, मकान में शौचालय बनाने की आर्थिक स्थिति नहीं है. इस कारण शौच निर्माण नहीं किया गया.

पंचायत के मालिदापाड़ा-मेटेपाडा के निवासी तृणमूल के पंचायत प्रधान माधवी माजी हैं. घर में पति, दो संतान, सास और ससुर ही है.पति गोविंद मांजी और ससुर भैरव मांजी दोनो पेशें से खेतिहर मजदूर है, प्रधान की सास मीना मांजी के अनुसार दशकों से ही परिजन खुले मैदान में शौच करने जाते हैं. वधू के प्रधान चुने जाने पर उसने कई मकानों में शौचालय बनवाया है. लेकिन उनके घर में नहीं है. पूरा परिवार कच्चे मक न में जीवन बसर करता है.
प्रधान श्रीमती मांजी ने कहा कि सरकारी योजना के तहत कुल 169 शौचालय बनाये गये हैं. पांच सौ से अधिक ग्रामीणों के मकान में शौचालय नहीं है. परिवार की माली हालत की जानकारी पार्टी नेतृत्व को है. आउसग्राम एक नंबर पंचायत समिति अध्यक्ष मनोरंजन मांजी ने बताया कि इस इलाके के कई मकानों में शौचालय नहीं हैं. वंचितों की सूची तैयार की गयी है.

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