तृणमूल की आमसभा में आंदोलन की घोषणा

एलान : मुख्यमंत्री ममता नहीं होने देंगी सरकारी कंपनियों का निजीकरण रूग्णता के नाम पर विधायक सह तृणमूल जिलाध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला वामपंथियों को पानी होगी वाम-राम की राजनीति से मुक्ति, नारेबाजी से आंदोलन नहीं संसदीय चुनाव में वामपंथी नेताओं की सहमति से मत ट्रांसफर किये गये भाजपा में दुर्गापुर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2019 1:51 AM

एलान : मुख्यमंत्री ममता नहीं होने देंगी सरकारी कंपनियों का निजीकरण रूग्णता के नाम पर

विधायक सह तृणमूल जिलाध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
वामपंथियों को पानी होगी वाम-राम की राजनीति से मुक्ति, नारेबाजी से आंदोलन नहीं
संसदीय चुनाव में वामपंथी नेताओं की सहमति से मत ट्रांसफर किये गये भाजपा में
दुर्गापुर : शहर के गांधी मोड़ मैदान में सोमवार को तृणमूल ने आम सभा आयोजित की. काफी संख्या में तृणमूल समर्थकों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. पांडेश्वर के विधायक सह तृणमूल जिला अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों पर जमकर प्रहार किया. आसनसोल के मेयर श्री तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम नीतियों में बदलाव कर श्रमिकों का शोषण कर रही है. सरकारी क्षेत्र की कंपनियों के प्लांटो को बंद कर उसे निजीकरण करने का प्रयास किया जा रहा है. दुर्गापुर के एलॉय स्टील प्लांट को निजीकरण करने का प्रयास के खिलाफ संगठन की ओर से जोरदार आंदोलन शुरू किया गया है.
भविष्य में आंदोलन में तेजी लाने के लिए सभी को एकजुट होना होगा. उन्होंने कहा कि कोयला उद्योग को निजी कंपनियों को सौंपने की साजिश के तहत ही कोल इंडिया का पुनर्गठन किया जा रहा है. ताकि निजी कंपनियों को सरकारी संपत्ति का लूटने का मौका मिल सके. उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा सरकारी प्लांटों को बेचने का प्रयास कागज कलम तक ही सीमित रह जायेगा, वास्तविकता में तृणमूल धरातल पर इसे कभी सफल नहीं होने देगी. राज्य की मुख्यमंत्री निजीकरण के सख्त खिलाफ है, भाजपा श्रमिकों का अधिकार छीनकर पूंजीपतियों के हाथों बेचने का प्रयास आसनसोल दुर्गापुर में कभी सफल नहीं होने दिया जायेगा. श्रमिकों के हक के लिए आंदोलन लगातार जारी रहेगा. श्री तिवारी ने वामपंथी संगठनों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सिर्फ लाल झंडा थाम लेने से ही कोई वामपंथी नहीं हो जाता.
एएसपी प्लांट के निजी करण किए जाने के खिलाफ वामपंथी संगठन द्वारा शुरू किया गया आंदोलन उचित है, लेकिन उनके आंदोलन में तीखापन का घोर अभाव है. सिर्फ जीटी रोड जाम करके इस समस्या का समाधान संभव नहीं है. वामपंथियों को अपने आंदोलन को धारदार बनाकर उसमें निरंतरता लानी होगी. वामपंथी भाजपा को विश्वासघात पार्टी कहती है, लेकिन वामपंथी संगठन ही सबसे बड़ा विश्वासघाती पार्टी है. इसका उदाहरण लोकसभा चुनाव में वामपंथियों ने दर्शाया है, आसनसोल दुर्गापुर में वामपंथियों एवं भाजपा के अंदरूनी सांठगांठ के कारण ही आसनसोल दुर्गापुर में भाजपा को जीत मिली है.
वामपंथियों को पहले निष्पक्ष तरीके से भाजपा का विरोध करना होगा. लेकिन वामपंथी वाम और ,राम की नीति पर काम कर रहे है. उन्होंने टोटो चालकों को नसीहत देते हुए कहा कि संगठन टोटो चालकों के साथ है, लेकिन टोटो चालकों की समस्या का कानूनी प्रक्रिया के अधीन ही समाधान किया जायेगा. हाई कोर्ट के निर्देश के मुताबिक ही टोटो चालकों का समस्या का समाधान संभव है. टोटो चालकों को भी कानूनी आदेशों के अधीन ही काम करना होगा.
सभा में आसनसोल नगर निगम की उप मेयर तबस्सुम आरा, वीसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ फाल्गुनी मुखोपाध्याय, तृणमूल युवा जिलाध्यक्ष बबीता दास, एमएमआईसी अभिजीत घटक, दुर्गापुर के मेयर दिलीप अगस्ती, एमएमआईसी अमिताभ बनर्जी, एमएमआईसी प्रभात चटर्जी, बोरो चेयरमैन चंद्रशेखर बनर्जी, जिला परिषद सदस्य बीडी नोनिया, सहित विभिन्न वार्डों के पार्षद एवं पंचायत सदस्य मौजूद थे.

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