नौ वर्ष बाद घर लौटा स्कूली छात्र सुमित

वर्ष 2010 में आसनसोल स्टेशन से पहुंच गया था हावड़ा जीआरपी ने सौंप दिया था एनजीओ को, मिला था नया नाम माध्यमिक का परीक्षार्थी, कुछ दिन बाद रह सकेगा परिजनों संग आसनसोल : आसनसोल नॉर्थ थाना अंतर्गत रेलपार चांदमारी से वर्ष 2010 से लापता सुमित कुमार वर्मा (17) अपने नये परिचय दिलीप कुमार यादव के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 19, 2019 2:03 AM

वर्ष 2010 में आसनसोल स्टेशन से पहुंच गया था हावड़ा

जीआरपी ने सौंप दिया था एनजीओ को, मिला था नया नाम
माध्यमिक का परीक्षार्थी, कुछ दिन बाद रह सकेगा परिजनों संग
आसनसोल : आसनसोल नॉर्थ थाना अंतर्गत रेलपार चांदमारी से वर्ष 2010 से लापता सुमित कुमार वर्मा (17) अपने नये परिचय दिलीप कुमार यादव के रूप में सोमवार को अपने घर वापस लौट आया. समाजसेवी व आसनसोल नॉर्थ ब्लॉक टू तृणमूल के उपाध्यक्ष अजय कुमार की सराहनीय भूमिका रही. लापता होने के समय बोल नहीं पाने तथा नाम पता बता सकने में अक्षम सुमित की परवरिश कर रहे एनजीओ ने उसे दिलीप यादव का नाम दिया था.
सुमित आसनसोल स्टेशन से भटकता हुआ हावड़ा स्टेशन पहुंच गया था. हावड़ा जीआरपी ने उससे पूछताछ कर कोलकाता के एनजीओ को सौंप दिया था. कोलकाता के निजी स्कूल डॉन बास्को में माध्यमिक का छात्र सुमित फिलहाल तीन दिनों के लिए चांदमारी में अपने परिजनों के साथ ही रहेगा. कोलकाता लौटने के बाद इस वर्ष माध्यमिक की परीक्षा देकर कागजी कार्रवाई पूरी कर सुमित को एनजीओ हमेशा के लिए उसके परिजनों को सौंप देंगी.
खोये बेटे को वापस पाकर मां कुसुम वर्मा की खुशी देख मोहल्ले के लोगों में भी उत्साह रहा. उन्होंने कहा कि दस साल पहले बालबोधन स्कूल से घर आकर सुमित नजदीक के ही रविंद्र विद्यालय के पास दोस्तों के साथ खेलने गया था. परंतु देर रात तक वह वापस नहीं लौटा. दोस्तों, रिश्तेदारों और हर संभावित स्थानों पर खोजने के बाद निकटवर्ती आसनसोल नॉर्थ थाने में उसके गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी.
कोलकाता के एनजीओ संचालक प्रह्लाद खां ने आसनसोल के अजय कुमार को फोन कर बताया कि आसनसोल स्टेशन के आसपास का एक लड़का जो दस वर्ष पहले खो गया था उनके पास है.
उसने अजय के मोबाइल पर बच्चे की तस्वीर भेजी. जिसे अजय ने निकटवर्ती इलाके में लोगों को बच्चे का फोटो दिखाकर खोज आरंभ की. जिसके बाद चांदमारी निवासी कुसुम वर्मा ने उससे संपर्क कर कोलकाता में रह रहे बच्चे को अपना बच्चा बताया. अजय ने कहा कि एनजीओ से बच्चे को आसनसोल मंगवा कर कुसुम व उसके परिजनों के साथ मिलाया गया. बच्चे ने घर में अपने रखे पुराने सामान और परिजनों की पहचान कर ली. कुसुम वर्मा, कालिचरण वर्मा, अरविंद पांडे, राजू महतो, दुर्गा प्रसाद, शब्बन खां, जितेंद्र प्रसाद आदि उपस्थित थे.

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