बंद पड़े कारखाने को लेकर श्रमिक संगठनों में सुगबुगाहट, सांसद पर टिकी नजर

बंद कल-कारखानों को खुलवाने की उठने लगी है मांग भाजपा सांसद से लोगों को है उम्मीद दुर्गापुर : बर्दवान दुर्गापुर और आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की जीत के बाद से ही शिल्पांचल के श्रमिकों के साथ साथ शहर में बंद पड़े कारखानो को लेकर आशा की एक किरण जगी है. दुर्गापुर के श्रमिक भाजपा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 18, 2019 1:56 AM

बंद कल-कारखानों को खुलवाने की उठने लगी है मांग

भाजपा सांसद से लोगों को है उम्मीद
दुर्गापुर : बर्दवान दुर्गापुर और आसनसोल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की जीत के बाद से ही शिल्पांचल के श्रमिकों के साथ साथ शहर में बंद पड़े कारखानो को लेकर आशा की एक किरण जगी है. दुर्गापुर के श्रमिक भाजपा सांसद से बंद कल-कारखानों को खुलवाने की मांग उठने लगी है. ज्ञात हो की शहर में एमएमसी, हिंदुस्तान फर्टिलाइजर एवं बीओजीएल समेत सैकड़ों छोटे-बड़े निजी कल-कारखाने वर्षों से बंद पड़े हैं.
वहीं केंद्र सरकार की ओर से एएसपी का निजीकरण करने हेतु कदम बढ़ाए जा रहे है. चुनाव से पूर्व भाजपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों ने चुनाव जीतने के बाद शहर अंतर्गत बंद पड़े कल-कारखानों को खुलवाने का आश्वासन दिया था.
राजनीतिक जानकारों का मानना है की बंद कल कारखाने को खुलवाने और शहर के विकास के लिए लोगो ने भाजपा पर भरोसा जताया है. बर्दवान दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा सांसद एसएस अहलूवालिया के सामने शिल्पांचल में वर्षों से बंद पड़े केंद्रीय कल-कारखानों को चालू कराने की बड़ी चुनौती है.
वर्षों से बंद पड़े सरकारी एवं निजी कल-कारखानों को चालू हो जाने से बेरोजगारी की समस्या दूर होगी. विभिन्न श्रमिक संगठनों की ओर से भी बंद कल-कारखानों को चालू कराने की मांग की जा रही है. केंद्र में दोबारा भाजपा की सरकार बनने एवं बर्दवान दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के जीतने का फायदा स्थानीय श्रमिक संगठनों एवं श्रमिकों को होगा या नहीं. इसके लेकर विभिन्न श्रमिक संगठन के प्रतिनिधि सक्रिय हो गए हैं. इस बाबत कांग्रेस नेता देवेश चक्रवर्ती और सीटू नेता सौरभ दत्ता का कहना है की पश्चिम बर्दवान जिला अंतर्गत दोनों लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने वाले भाजपा सांसदों की नैतिक जिम्मेवारी है की वह बंद पड़े कल-कारखानों को खुलवाये.
लोगो ने जो भरोसा कर उन्हे जीत दिलाई है उन पर उन्हे खरा उतरना चाहिए. बंद कारखाने खुलने से इलाके में विकास की जो गति थम सी गई है उसमें तेजी आएगी. कुछ दिन पूर्व तृकां के जिला अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने कहा था की जीत कर आए दोनों सांसदो को अपने वायदे के अनुरूप कार्य करना होगा. कार्य नहीं होने पर तृकां उनके खिलाफ मोर्चा खोलेगी.
अब देखना है की जीते दोनों भाजपा सांसद अपने वादे को कितना पूरा करते है. वहीं श्रमिकों का मानना है कि शिल्पांचाल में पहली बार किसी भाजपा प्रत्याशी ने लोकसभा का चुनाव जीता है. इस दौरान केंद्र में भी भाजपा की सरकार रहने से स्थानीय सांसदों को तेजी से विकास कार्य करने का मौका मिलेगा. इसके अलावा स्थानीय विभिन्न कल-कारखानों की समस्याओं को सांसद के माध्यम से केंद्र तक पहुंचाने का सुनहरा मौका है. उद्योग को बढ़ावा देने हेतु सांसद का सहयोग जरूरी है.

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