पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में हिंदी साहित्य में अनिल अव्वल

भ•ारतीय हिंदी हाइ स्कूल शिक्षक पद पर है आसीन सहयोगी और छात्र गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं दुर्गापुर : शहर दुर्गापुर के बेनाचिती इलाके में रहने वाले स्कूल शिक्षक अनिल कुमार पांडे ने पीएचडी की प्रवेश परीक्षा मे हिन्दी साहित्य में अव्वल स्थान लेकर शहर का नाम रौशन किया है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 5, 2019 5:48 AM

भ•ारतीय हिंदी हाइ स्कूल शिक्षक पद पर है आसीन

सहयोगी और छात्र गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं

दुर्गापुर : शहर दुर्गापुर के बेनाचिती इलाके में रहने वाले स्कूल शिक्षक अनिल कुमार पांडे ने पीएचडी की प्रवेश परीक्षा मे हिन्दी साहित्य में अव्वल स्थान लेकर शहर का नाम रौशन किया है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके सहयोगी शिक्षकों, छात्रों और मित्रों में खुशी की लहर है. शहर के भारतीय हिन्दी हाई स्कूल के शिक्षक अनिल कुमार ने छत्रपति शाहुजी महाराज विश्वविद्यालय से पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे.

24 विषयों में कुल 354 अभ्यार्थियों ने परीक्षा में सफलता पाई. अनिल कुमार हिन्दी साहित्य मे टॉप रहे. इस सफलता के लिए अनिल कुमार पांडे ने अपनी मेहनत और गुरुजनों का आशीर्वाद बताया. अनिल कुमार बीते 18 सालों से शिक्षा के पेशे से जुड़े हुए है. 2001 में वे खड़गपुर में टीजीटी के तौर पर कार्यरत थे. 2013 से भारतीय हिन्दी स्कूल मे पीजीटी के तौर पर कार्यरत हैं.

उन्होने कुछ समय के लिए स्कूल के प्रभारी का भी पद संभाला था. उनके सहयोगी जितेंद्र पांडे ने कहा की अनिल कुमार एक मेहनती मिलनसार और वक्त के पाबंद है. अपने पेशे को ईमानदारी से निर्वहन करने वालों में से एक है.

दुर्गापुर. शहर दुर्गापुर के बेनाचिती इलाके में रहने वाले स्कूल शिक्षक अनिल कुमार पांडे ने पीएचडी की प्रवेश परीक्षा मे हिन्दी साहित्य में अव्वल स्थान लेकर शहर का नाम रौशन किया है. उनकी इस उपलब्धि पर उनके सहयोगी शिक्षकों, छात्रों और मित्रों में खुशी की लहर है. शहर के भारतीय हिन्दी हाई स्कूल के शिक्षक अनिल कुमार ने छत्रपति शाहुजी महाराज विश्वविद्यालय से पीएचडी की प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए थे. 24 विषयों में कुल 354 अभ्यार्थियों ने परीक्षा में सफलता पाई. अनिल कुमार हिन्दी साहित्य मे टॉप रहे. इस सफलता के लिए अनिल कुमार पांडे ने अपनी मेहनत और गुरुजनों का आशीर्वाद बताया. अनिल कुमार बीते 18 सालों से शिक्षा के पेशे से जुड़े हुए है. 2001 में वे खड़गपुर में टीजीटी के तौर पर कार्यरत थे. 2013 से भारतीय हिन्दी स्कूल मे पीजीटी के तौर पर कार्यरत हैं. उन्होने कुछ समय के लिए स्कूल के प्रभारी का भी पद संभाला था. उनके सहयोगी जितेंद्र पांडे ने कहा की अनिल कुमार एक मेहनती मिलनसार और वक्त के पाबंद है. अपने पेशे को ईमानदारी से निर्वहन करने वालों में से एक है.

Next Article

Exit mobile version