सुरक्षा प्रशिक्षण न होने से खदानों में बढ़ी दुर्घटना

आउटसोर्स कंपनियों से जुड़े ठेका श्रमिक अधिक हो रहे शिकार नहीं मिला है इन्हें सुरक्षा प्रशिक्षण, न ही कंपनी से उपकरण सांकतोड़िया : कोयला खदानों में लगातार हो रही दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन ने विशेष ट्रेनिंग देने की योजना बनाई थी, पर इसे लागू नहीं किया जा सका है. खान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 31, 2019 1:43 AM

आउटसोर्स कंपनियों से जुड़े ठेका श्रमिक अधिक हो रहे शिकार

नहीं मिला है इन्हें सुरक्षा प्रशिक्षण, न ही कंपनी से उपकरण
सांकतोड़िया : कोयला खदानों में लगातार हो रही दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन ने विशेष ट्रेनिंग देने की योजना बनाई थी, पर इसे लागू नहीं किया जा सका है. खान श्रमिक कांग्रेस (बीएमएस) के महामंत्री धनंजय पांडेय ने कहा कि बिना प्रशिक्षण लिए कर्मी खदान में काम कर रहे हैं. इससे आउटसोर्सिंग से जुड़े मजदूर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं
उन्होंने कहा कि ईसीएल समेत कोल इंडिया की सभी अनुषांगिक कंपनियों में स्थाई श्रमिकों की संख्या लगातार कम हो रही है. कोयला खनन के साथ ही अधिभार (ओवरबर्डेन) हटाने का का?र् भी आउटसोर्स से हो रहा है. इन निजी कंपनियों के कर्मियों को न तो सुरक्षा संबंझित कोई प्रशिक्षण है और न सुरक्षा उपकरण ही उपलब्ध है.
इसके कारण इन श्रमिकों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि ठेका कर्मियों को विशेष ट्रेनिंग देने का निर्देश सीआइएल के स्तर से जारी किया गया था. डीजीएमएस ने भी इस दिशा में पहल की है. लेकिन सार्थक परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं.

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