आसनसोल के 10 प्रत्याशियों का भाग्य निर्धारण आज

केंद्रीय स्तर के पर्यवेक्षक पहुंचे शहर में, बांटे गये उनके अलग-अलग दायित्व विधानसभा स्तर पर तीन पर्यवेक्षक की नियुक्ति, सभी ने किया संयुक्त निरीक्षण आसनसोल : लोकसभा चुनाव में आसनसोल संसदीय क्षेत्र के लिए मतगणना केंद्र कन्यापुर डीएवी स्कूल में बुधवार को जिला चुनाव अधिकारी सह जिलाशासक शशांक सेठी ने तैयारियों की समीक्षा की. मतगणना […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 23, 2019 1:53 AM

केंद्रीय स्तर के पर्यवेक्षक पहुंचे शहर में, बांटे गये उनके अलग-अलग दायित्व

विधानसभा स्तर पर तीन पर्यवेक्षक की नियुक्ति, सभी ने किया संयुक्त निरीक्षण

आसनसोल : लोकसभा चुनाव में आसनसोल संसदीय क्षेत्र के लिए मतगणना केंद्र कन्यापुर डीएवी स्कूल में बुधवार को जिला चुनाव अधिकारी सह जिलाशासक शशांक सेठी ने तैयारियों की समीक्षा की. मतगणना के लिए विधानसभा स्तर पर तीन पर्यवेक्षक की नियुक्ति हुयी है. सभी ने मतगणना केंद्र का निरीक्षण किया. इधर सभी प्रत्याशियों से जुड़ी राजनीतिक पार्टियों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है. उन्होंने जिला प्रशासन से कैंप लगाने के लिए स्थल की मांग कर ली है. मतगणना केंद्र के भीतर रहनेवाले एजेंटों को पार्टी तथा प्रत्याशी के स्तर से प्रशिक्षण दिया जा चुका है.

अतिरिक्त जिलाशासक (चुनाव) अरिंदम राय ने बताया कि मतगणना केंद्र से सौ मीटर के दायरे में 144 धारा लागू रहेगी. इस दिन डीएवी स्कूल को आने वाली हर सड़क को बंद कर दिया गया है. यहां तीनों ओर से सड़क को ड्राप गेट लगाकर बेरिकेटिंग की गई है. जिसके पास मतगणना केंद्र में जाने का सरकारी परिचय पत्र होगा. ड्राप गेट से उन्हें ही अंदर आने दिया जाएगा. एचएलजी अस्पताल के सामने मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है. डीएवी स्कूल का इलाका मतगणना के दिन हाई सेंसेटिव जोन के रूप में ट्रीट किया जाएगा. आम आदमी के आवागमन के लिए यह सड़क बंद रहेगी.

मतगणना के लिए चुनाव आयोग ने विधानसभा स्तर पर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है.इसके तहत आसनसोल संसदीय क्षेत्र के लिए तीन पर्यवेक्षक पहुंच गये है. साधारण पर्यवेक्षक जे मुरली को जामुड़िया और आसनसोल दक्षिण के दायित्व, नए आये पर्यवेक्षक एचपीएस ब्रार को पाण्डेश्वर और रानीगंज का दायित्व, हरिमोहन मीना को कुल्टी और बाराबनी का दायित्व तथा डीएस सुनिथा को आसनसोल उत्तर विधानसभा का दायित्व मिला है. कुल 12 हॉल में मतगणना का कार्य होगा. प्रत्येक राऊंड में हर विधानसभा क्षेत्र के 14 बूथों की गिनती 14 टेबल पर होगी. राउंड की समाप्ति के बाद पर्यवेक्षक और जिला चुनाव अधिकारी के हस्ताक्षर के बाद उस राऊंड का परिणाम मीडिया में भेजा जाएगा.

मीडिया के लिए खुलेमैदान में टेंट

डीएवी स्कूल के अंदर मैदान में मीडिया के लिए टेंट लगाया गया है. मीडिया के बैठने के लिए किसी रूम की व्यवस्था नहीं है. 45 से 48 डिग्री के तापमान में पूरे दिन एक तिरपाल के नीचे रहना मीडिया कर्मियों के लिए कठिन होगा. सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग के गाइडलाइन के आधार पर ही मीडिया कर्मियों के लिए टेंट लगाया गया है. हालांकि गर्मी से बचने के लिए टेंट में चार से पांच कूलर रह सकते है. पीने के पानी के लिए 20 लीटर वाला जार टैप के साथ होगा.

तीन बार वीवीपीएटीकी गिनती

चुनाव आयोग के निर्देश पर मतगणना पूरा होने पर हर विधानसभा क्षेत्र से पांच वीवीपीएटी का चुनाव लॉटरी के जरिये किया जाएगा. वीवीपीएटी के पर्चियों की गिनती कर उसका मिलान ईवीएम के वोटों से किया जायेगा. यह अनिवार्य है. इसके अलावा भी दो सूरतों में वीवीपीएटी की गिनती हो सकती है. जिसमें मतदान आरम्भ होने से पहले मॉक पोल की वोटिंग को यदि पीठासीन अधिकारी डिलीट करना भूल गए हैं और उसी हालत में मतदान हो गया हो तो उस ईवीएम की गिनती अंत मे होगी. यहां वीवीपीएटी की पर्ची का मिलान किया जाएगा. यदि मॉक पोल की पर्ची भी निकलना भूल गए हैं तो ऐसे में कितना मॉक पोल कौन कौन उम्मीदवार के एजेंट ने किया था उसकी लिस्ट देखकर उतना वोट छांट कर गिनती होगी. दूसरे सूरत में यदि कंट्रोल यूनिट से बैलट यूनिट का वोट मैच नहीं कर रहा हो तब वीवीपीएटी की गिनती से मतों का मिलान किया जाएगा.

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