मरीज की मौत के बाद नर्सिंग होम में हंगामा

आसनसोल : आसनसोल साउथ थाना अंतर्गत चेलीडंगा स्थित डेफोडिल नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मरीज की मौत होने पर उसके परिजनों तथा स्थानीय निवासियों ने शनिवार की सुबह शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही से मौत हुई है. इसलिए मुआवजा मिलना चाहिए. उन्होंने संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 31, 2019 6:34 AM

आसनसोल : आसनसोल साउथ थाना अंतर्गत चेलीडंगा स्थित डेफोडिल नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मरीज की मौत होने पर उसके परिजनों तथा स्थानीय निवासियों ने शनिवार की सुबह शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि अस्पताल की लापरवाही से मौत हुई है. इसलिए मुआवजा मिलना चाहिए.

उन्होंने संबंधित चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. पुलिस अधिकारियों की मध्यस्थता के बाद अस्पताल प्रबंधन ने एक लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति जताई. इसके बाद परिजन शव लेकर वापस लौटे.
वार्ड संख्या 87 के पार्षद सुकुल हेंब्रम, पार्षद बाबन बनर्जी, पार्षद उत्तम बाउरी तथा डामरा के ग्रामीण भी पहुंचे. पार्षद श्री हेंब्रम ने कहा कि गोल्फ ब्लाडर ऑपरेशन के लिए डामरा ग्राम निवासी आशा नाग को शुक्रवार को नर्सिंग होम में दाखिल कराया गया. चिकित्सकों ने शुक्रवार की संध्या आठ बजे ऑपरेशन का समय दिया था. ऑपरेशन से पहले कई जांच की गईं.
जांच में सब कुछ सामान्य था. अचानक छह बजे ही मरीज की तबियत काफी बिगड़ गयी और कुछ ही देर में उनकी मौत हो गयी. ऑपरेशन से पहले एक इंजेक्शन दिया गया था जिसके बाद मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी.
अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि ऑपरेशन से पहले मरीज की मौत हो गयी. इसमें अस्पताल की कोई लापरवाही नहीं है. संध्या तक मरीज की स्थिति ठीक थी. अचानक मौत हो गयी. मरीज को ऑपरेशन थियेटर में भी नहीं ले जाया गया था. मृतका अपने पीछे पति, दो पुत्र और दो पुत्री छोड़ गई हैं.

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