चिटफंड मुद्दे पर लोकसभा में आरोप-प्रत्यारोप, लोकसभा में पारित हुआ ‘अनियमित निक्षेप स्कीम पाबंदी विधेयक-2018’
नयी दिल्ली/कोलकाता : लोकसभा में बुधवार को सरकार के साथ-साथ कांग्रेस और माकपा के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में फर्जी चिटफंड योजनाओं को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा और उसके नेताओं को इन योजनाओं में गरीबों के ठगे जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया. सदन में बुधवार को गैर-कानूनी जमा योजनाओं पर अंकुश लगाने के […]
नयी दिल्ली/कोलकाता : लोकसभा में बुधवार को सरकार के साथ-साथ कांग्रेस और माकपा के सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में फर्जी चिटफंड योजनाओं को लेकर तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा और उसके नेताओं को इन योजनाओं में गरीबों के ठगे जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
सदन में बुधवार को गैर-कानूनी जमा योजनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य वाले ‘अनियमित निक्षेप स्कीम पाबंदी विधेयक-2018’ को चर्चा एवं पारित कराने के लिए रखते हुए वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में प्रदर्शन कर रहे तृणमूल सदस्यों को आड़े हाथ लिया.
तृणमूल सदस्यों के जोरदार हंगामे के बीच उन्होंने कहा कि ये लोग (तृणमूल कांग्रेस सदस्य) गरीबों का भला नहीं चाहते.जब इतना महत्वपूर्ण विधेयक सदन में लाया गया है तो ये लोग प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि कौन सी पार्टी और कौन से नेता चिटफंड स्कीमों का समर्थन करते हैं. श्री गोयल ने कहा कि कुछ लोग अड़चन डालकर विधेयक को लटकाना चाहते हैं.
देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. विधेयक पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल को लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 25 लाख से ज्यादा गरीबों को इस तरह की योजनाओं के माध्यम से ठगा गया है और सरकार को उनका धन वापस कराना चाहिए.
श्री चौधरी ने कहा कि बंगाल की सत्ताधारी पार्टी और बड़ी चिटफंड कंपनियों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है और इन्हें इसकी सजा मिलनी चाहिए. विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए माकपा के मोहम्मद सलीम ने भी तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब भी चिटफंड और पोंजी योजनाओं का मामला आता है तो कुछ लोग बहुत सक्रिय हो जाते हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री चिटफंड के पैसे से ही इस पद पर पहुंची हैं. सलीम ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा कि उसके कई पार्टी सांसद ऐसे हैं जिन्हें जेल में होना चाहिए. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों को सलीम के आसपास खड़े होकर नारेबाजी करते हुए देखा गया. तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में माकपा और कांग्रेस के लोग सारधा तथा रोजवैली जैसी कंपनियों से जुड़े हैं.
तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि हमने विधेयक का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने इस विधेयक से ज्यादा मजबूत विधेयक पारित किया है. उन्होंने कहा कि सरकार को चिटफंड शब्द को प्रतिबंधित कर देना चाहिए.