हल्दिया : असम में मारे गये श्रमिकों के शव उनके घर पहुंचे

हल्दिया : असम के तिनसुकिया के दूमदाम में मारे गये पांसकुड़ा के शेख इदरीस अली(52) और शेख मोहम्मद उर्फ जौहर (43) का शव मंगलवार को क्रमश: पांसकुड़ा के गड़पुरुषोत्तमपुर व गोपालनगर गांव में पहुंचा. घटना में घायल शेख मुश्तकिर उर्फ सोनू भी पांसकुड़ा के रानीहाटी स्थित अपने घर पहुंचा. मौके पर दोनों मृतकों के गांवों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2019 2:42 AM

हल्दिया : असम के तिनसुकिया के दूमदाम में मारे गये पांसकुड़ा के शेख इदरीस अली(52) और शेख मोहम्मद उर्फ जौहर (43) का शव मंगलवार को क्रमश: पांसकुड़ा के गड़पुरुषोत्तमपुर व गोपालनगर गांव में पहुंचा. घटना में घायल शेख मुश्तकिर उर्फ सोनू भी पांसकुड़ा के रानीहाटी स्थित अपने घर पहुंचा. मौके पर दोनों मृतकों के गांवों में भारी भीड़ थी.

मृतकों के घरवालों का भले ही कहना हो कि तीन-चार सशस्त्र लोगों ने उनका परिचय हासिल करने के बाद छुरे के हमले से दोनों का मार दिया था, लेकिन हमले में घायल सोनू के मुताबिक मामला कुछ और है. उसने बताया कि घटना के बाद तिनसुकिया के रहनेवाले आरोपी शेख राजू को स्थानीय देवीपुर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

आरोपी राजू उनके साथ ही बतौर राजमिस्त्री काम करता था और बगल के कमरे में रहता था. घटना के दिन काम बंद था और सभी घर पर ही थे. रात को सोनू खाना बना रहा था. उस वक्त उसे लगा कि करीब के कमरे में कुछ हो रहा है. वह दौड़कर वहां गया, तब राजू ने सोनू की भी हत्या की कोशिश की. लेकिन छुरे का वार उसके हाथ पर हुआ.

वह चीखते हुए भाग गया. राजू ने छुरे के साथ उसी रात आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन उसने यह क्यों किया अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. सोनू के पास भी इसका कोई जवाब नहीं है. हालांकि आशंका है कि व्यक्तिगत आक्रोश की वजह से यह हत्या हुई है. असम पुलिस ने पांसकुड़ा थाने की पुलिस को यही जानकारी दी है. सोनू के बयान से असम पुलिस का बयान भी मिल रहा है. मामले की जांच जारी है.

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