विपन्न विधवा संयुक्ता ने मंदिर निर्माण में दिये दो लाख
कारखाने में पुत्र की मौत होने पर मुआवजे में मिले थे आठ लाख रुपये बेटे की इच्छा पूरी करने के लिए जरूरत के बाद भी किया इसका अनुदान कुल्टी. आर्थिक रूप से विपन्न रहने के बाद भी स्थानीय रांचीग्राम उड़ियापाड़ा निवासी विधवा संयुक्ता सिक्का ने अपने मृत पुत्र के मुआवजे के रूप में मिले दो […]
कारखाने में पुत्र की मौत होने पर मुआवजे में मिले थे आठ लाख रुपये
बेटे की इच्छा पूरी करने के लिए जरूरत के बाद भी किया इसका अनुदान
कुल्टी. आर्थिक रूप से विपन्न रहने के बाद भी स्थानीय रांचीग्राम उड़ियापाड़ा निवासी विधवा संयुक्ता सिक्का ने अपने मृत पुत्र के मुआवजे के रूप में मिले दो लाख रु पये की राशि मंदिर में अनुदान कर दी. इसके कारण पूरे इलाके में उसकी चर्चा हो रही है.
सनद रहे कि सेल- इस्को स्टील प्लांट (आइएसपी) में सुरेख इंजीनियरिंग वर्क्स ठेका कंपनी में संयुक्ता का पुत्र आशीष सिक्का कार्य करता था. संयुक्ता के पति भगवान सिक्का की मौत पहले ही हो चुकी है.
बीते छह मई, 2017 को सेल-आइएसपी कारखाने में हुई दुर्घटना में आशीष सिक्का की मौत हो गई थी. आशीष की मौत के बाद मुआवजे के रूप में संजुक्ता सिक्का को आठ लाख रु पये का भुगतान कंपनी के स्तर से किया गया था. उसका परिवार उस राशि से अपना जीवन यापन कर रहा है. उसने इसमें से दो लाख रु पये का राशि अनुदान के रूप में भगवान जगन्नाथ मंदिर बनाने के लिए रांचीग्राम जगन्नाथ मंदिर समिति को दी है.
उन्होंने कहा कि उनके पुत्र ने कहा थाकि वह कमा कर मंदिर निर्माण में सहयोग करेगा. लेकिन उसकी मौत हो गयी. उसकी मौत के बाद मिले रूपये तो उसी के थे. इस कारण उसकी इच्छा को देखते हुए उसने दो लाख रूपये मंदिर को दे दिये ताकि उसकी आत्मा को शांति मिल सके. इस अनुदान की चर्चा इलाके में जोरो पर है.