गाय तस्करी को लेकर सीमा पर तनाव

जलपाईगुड़ी. कांटा तार का घेरा काटकर गाय की तस्करी की घटना को लेकर जलपाईगुड़ी जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा स्थित गड़ालबाड़ी इलाका सरगर्म हो गया. स्थानीय ग्रामीण बांग्लादेश भेजे गये गाय को वापस लाकर देने की मांग बीएसएफ से कर रहे थे. इसकी वजह से ग्रामीणों तथा बीएसएफ जवानों के बीच कहा-सुनी भी हुई. स्थानीय लोगों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 28, 2017 6:28 AM
जलपाईगुड़ी. कांटा तार का घेरा काटकर गाय की तस्करी की घटना को लेकर जलपाईगुड़ी जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा स्थित गड़ालबाड़ी इलाका सरगर्म हो गया. स्थानीय ग्रामीण बांग्लादेश भेजे गये गाय को वापस लाकर देने की मांग बीएसएफ से कर रहे थे. इसकी वजह से ग्रामीणों तथा बीएसएफ जवानों के बीच कहा-सुनी भी हुई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि सीमा पर बीएसएफ की पहरेदारी होती है, इसके बाद भी तस्कर कांटा तार का घेरा काटकर गाय सीमा पार बांग्लादेश भेज देते हैं.

इसी वजह से बीएसएफ से बांग्लादेश सरकार के साथ बातचीत कर गाय वापस लाने की मांग की गई है. आरोप है कि बीएसएफ जवानों की पिटायी में एक ग्रामीण घायल हो गया है. घायल का नाम मकशेदुल हक है. उसे सदर अस्पताल में भरती कराया गया है. इस मामले में कोतवाली थाने में बीएसएफ के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करायी गई है. स्थानीय ग्रामीण मसीयर रहमान ने अपनी शिकायत में बीएसएफ जवानों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है. उसने अपनी शिकायत में कहा है कि पिछली रात उसके घर से चार गायों की चोरी हो गई.

गायों को बांग्लादेश भेज दिया गया. इसकी शिकायत करने के लिए जब वह 155 बटालियन बीएसएफ कैम्प पहुंचा तो वहां उसके साथ मारपीट की गई. घटना का विरोध करने पर अन्य गांव वालों के साथ भी मारपीट की गई है. दूसरी तरफ बीएसएफ के राधाबाड़ी सेक्टर की ओर से बताया गया है कि गड़ालबाड़ी इलाके के कुछ लोग गाय चोरी की घटना की शिकायत लेकर गड़ालबाड़ी बीओपी आये थे. कंपनी कमांडर ने बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ फ्लैग मीटिंग कर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था. उसके बाद भी ग्रामीण बीएसएफ जवानों के साथ उलझ रहे थे. ग्रामीण सीमा पर गेट खोलने की मांग भी कर रहे थे. बीएसएफ ने मारपीट की घटना से इंकार किया है.

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