फर्जी कंपनी ने 50 हजार करके 500 लोगों को लगाया चूना, गतिधारा योजना के नाम पर करोड़ों ठगे

कोलकाता : गतिधारा योजना के नाम पर कम पैसे में कार दिलाने का वादा कर सैकड़ों लोगों से ठगी करने का मामला सामने आया है. इस तरह से 50 हजार रुपये करके पांच सौ लोगों से रुपये लेकर जालसाजी की घटना को अंजाम दिया गया है. पीड़ित लोगों ने बुधवार को विधाननगर उत्तर थाने में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 12, 2018 4:19 AM
कोलकाता : गतिधारा योजना के नाम पर कम पैसे में कार दिलाने का वादा कर सैकड़ों लोगों से ठगी करने का मामला सामने आया है. इस तरह से 50 हजार रुपये करके पांच सौ लोगों से रुपये लेकर जालसाजी की घटना को अंजाम दिया गया है. पीड़ित लोगों ने बुधवार को विधाननगर उत्तर थाने में मामले की शिकायत दर्ज करायी है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
सूत्रों के मुताबिक, पीड़ित एक व्यक्ति का नाम अनिमेश सामंत है. वह पूर्व मेदनीपुर के कोलाघाट का रहने वाला है. उसने शिकायत दर्ज करायी है कि साल्टलेक सेक्टर वन में स्थित एक प्राइवेट कंपनी द्वारा 26 नवंबर 2017 को एक अखबार में प्रकाशित विज्ञापन देख उसने संपर्क किया था. कंपनी की ओर से कम पैसे में गतिधारा योजना के तहत कार दिलाने का झांसा देकर 50 हजार रुपये की ठगी कर ली गयी. बाद में कुछ माह बीतने के बाद भी ना ही कार मिले और नहीं रुपये.
पिछले कुछ दिनों से लगातार कंपनी से संपर्क नहीं होने और बुधवार को कपंनी का दफ्तर बंद देख उसने खुद को ठगा महसूस करते हुए शिकायत दर्ज करायी. इसी तरह से शोभन कुमार पाण्डे भी शिकार हुए हैं. पीड़ित अनिमेश सामंत का ोकहना है कि एक दो व्यक्ति नहीं बल्कि इस तरह से करीब पांच सौ लोगों को कंपनी ने चूना लगाया है. प्रबीर दत्त नाम के एक पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि बुधवार को करीब 25 से 30 लोगों ने मिलकर थाने में आकर शिकायत दर्ज करायी है. कंपनी में कुल पांच सौ आवेदन जमा हुए थे.
पुलिस का कहना है कि संबंधित कंपनी के खिलाफ आइपीसी की धारा 420/406/120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. कंपनी के लोगों की तलाश की जा रही है. कंपनी के दफ्तर में ताला लगा हुआ पाया गया है.गौरतलब है कि गतिधारा राज्य सरकार की योजना है. इसके जरिये कम आमदनी वाले परिवारों के बेरोजगार युवकों को सरकार वाहन खरीदने से लिए धनराशि मुहैया कराती है.

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