कोलकाता : अपहरण मामले में जमुई से पांच को दबोचा सीबीआइ ने

दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पात नगर के होस्टल एवेन्यू इलाके से पांच वर्ष पहले व्यवसायी के अपहरण मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने बिहार राज्य के अलग-अलग स्थानों में छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया. शुक्र वार को आरोपियों को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश कर दो लोगों को 12 दिनों के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2018 2:28 AM

दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पात नगर के होस्टल एवेन्यू इलाके से पांच वर्ष पहले व्यवसायी के अपहरण मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने बिहार राज्य के अलग-अलग स्थानों में छापा मारकर पांच लोगों को गिरफ्तार किया. शुक्र वार को आरोपियों को दुर्गापुर महकमा अदालत में पेश कर दो लोगों को 12 दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया.

बाकी तीन लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. रिमांड लिए गये आरोपियों में बिहार के जमुई जिला अंतर्गत पंडारक थाना निवासी नंदन सिंह एवं अनिल महतो शामिल है. जेल भेजे गये आरोपियो में पंडारक थाना निवासी आलिंदर कुमार, जमुई जिले के सिकंदरा थाना निवासी ओम प्रकाश महतो एवं महेश सिंह शामिल है.

क्या था मामला
17 मार्च, 2013 को इस्पात नगर के हॉस्टल एवेन्यू इलाके से व्यवसायी अरूप साहा उर्फ बाबू साहा को अज्ञात फोन कर ऑर्डर बुक करने के लिए बुलाया गया था. बाबू साहा मिठाई दुकान के मिस्त्नी को मोटरसाइकिल पर बिठाकर भारती रोड से हॉस्टल एवेन्यू की ओर निकले. दोपहर दो बजे हॉस्टल एवेन्यू के समीप स्कार्पियो पर सवार लोगों ने बाबू का अपहरण कर लिया था.
मोटरसाइकिल पर बैठा मिस्त्नी फरार हो गया. सूचना पाकर दुर्गापुर थाना कि पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर मोटरसाइकिल को जब्त किया था. मामले की जांच दुर्गापुर थाना पुलिस ने शुरु की थी. लंबे समय तक बाबू साहा का कोई पता नहीं चल पाने के कारण व्यवसायी की पत्नी रीता साहा ने 2015 में हाई कोर्ट में सीबीआई जांच की अपील की. हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच का आदेश दिया.
कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जांच अधिकारी ने दो को
तीन को भेजा गया न्यायिक हिरासत में, करायी जायेगी टीआई परेड उनकी
चिटफंड संग जुड़ा था बाबू
बाबू साहा के अपहरण के पीछे चिटफंड का मामला था. इस्पात नगर के आर्यभट्ट रोड निवासी बाबू साहा चिटफंड के साथ जुड़ा हुआ था. अधिक ब्याज देकर देने के नाम पर बाबू ने दुर्गापुर शहर के अलावा आसनसोल एवं सीमावर्ती झारखंड के धनबाद जिलों के लोगों से संपर्क कर मोटी रकम चिटफंड कंपनी में निवेश कराया था. बाबू साहा का निजी डेकोरेटर का व्यवसाय था. चिटफंड का एजेंट बनने के बाद कम समय में काफी पैसे वाला हो गया था. इस कारण उसे कई बार धमकी भी दी गई थी, निवेशकों का पैसा वापस ना देने के बाद कई लोग उसके दुश्मन बन गए थे.
मिठाई मिस्त्री करेगा अपराधियों की पहचान
सीबीआई द्वारा पकड़े गए पांच आरोपियों में तीन आरोपियों को मिठाई मिस्त्नी पहचान करेगा. सीबीआई अधिकारी ने बताया कि तीन लोगों को दुर्गापुर के फुलझड़ जेल में भेजा गया है. अपहरण के समय मौजूद मिठाई मिश्री को बुलाकर अपराधियों की पहचान कराई जायेगी.

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