UP News : लखनऊ को मिली हेल्थकेयर की सबसे बड़ी सौगात

UP News : लखनऊ में सीएम योगी ने RMLIMS में ‘एडवांस्ड न्यूरो साइंसेज सेंटर’ शुरू किया. अब ब्रेन व न्यूरो बीमारियों का आधुनिक इलाज होगा.

By Amitabh Kumar | September 15, 2025 7:18 PM

UP News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने आज स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RMLIMS) में अत्याधुनिक Advanced Neuro Sciences Center का उद्घाटन किया. यह सुपरस्पेशलिटी केंद्र न केवल प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में मील का पत्थर साबित होगा.

₹100 करोड़ की लागत, 200 बेड और हाई-टेक रोबोटिक सर्जरी की सुविधा

इस केंद्र को करीब ₹100 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. इसमें 200 बेड होंगे. 100 न्यूरोलॉजी और 100 न्यूरोसर्जरी मरीजों के लिए. 60 ICU बेड की अलग से व्यवस्था की गई है, जिससे गंभीर मरीजों को तत्काल उपचार मिल सके. सबसे खास है यहां स्थापित रोबोटिक सर्जिकल मशीन, जिसके जरिए अब जटिल ब्रेन और स्पाइन सर्जरी भी अत्याधुनिक तकनीक से संभव हो पाएगी.

गामा नाइफ मशीन: बिना चीरे का इलाज

इस केंद्र में प्रदेश की पहली Gamma Knife मशीन भी स्थापित की जा रही है। लगभग ₹48 करोड़ की लागत वाली यह मशीन ब्रेन ट्यूमर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी. अब मरीजों को दिल्ली या विदेश जाने की जरूरत नहीं होगी. CM योगी का संदेश, “स्वस्थ उत्तर प्रदेश, विकसित उत्तर प्रदेश” मुख्यमंत्री ने उद्घाटन अवसर पर कहा, “आज का दिन प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है. नागरिकों को सस्ती और आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है. हमें गर्व है कि लखनऊ का यह संस्थान अब विश्वस्तरीय न्यूरो-साइंसेस सुविधाओं से लैस हो गया है. स्वस्थ प्रदेश ही विकसित प्रदेश बन सकता है और यह केंद्र उसी दिशा में एक बड़ा कदम है.”

मरीजों और आम जनता को क्या होगा फायदा?

गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारियों का समय पर इलाज मिलेगा. दिल्ली या बाहर बड़े खर्च में जाने की जरूरत कम होगी. प्रदेश के ही डॉक्टरों और विशेषज्ञों को उन्नत तकनीक पर प्रशिक्षण मिलेगा. हजारों मरीजों और उनके परिवारों का बोझ हल्का होगा.

भविष्य की दिशा

RMLIMS का यह Advanced Neuro Sciences Center प्रदेश की मेडिकल सुविधाओं को नए युग में प्रवेश कराने वाला है. विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में यहां से मेडिकल रिसर्च, डॉक्टर्स की नई पीढ़ी और प्रदेश का स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह बदल जाएगा.