योगी आदित्यनाथ ने महापुरुषों के नाम छुट्टियों में कटौती करने का किया ऐलान, साल में 192 दिन बंद रहते हैं दफ्तर

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर छुट्टियां बंद होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि स्कूलों में महापुरुषों पर विशेष कार्यक्रम होना चाहिए, ताकि बच्चों को महापुरुषों के बारे में जानकारी मिल सके. योगी आदित्यनाथ भीमराव अंबेडकर जयंती के एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य में बहुत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 14, 2017 3:01 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों के नाम पर छुट्टियां बंद होनी चाहिए. उन्होंने कहा है कि स्कूलों में महापुरुषों पर विशेष कार्यक्रम होना चाहिए, ताकि बच्चों को महापुरुषों के बारे में जानकारी मिल सके. योगी आदित्यनाथ भीमराव अंबेडकर जयंती के एक कार्यक्रम में कहा कि राज्य में बहुत सारी छुट्टियां महापुरुषों के नाम पर होती हैं. कई लोग इसका बुरा मान सकते हैं, लेकिन अच्छा है यदि छुट्टी न करके महापुरुषों पर कार्यक्रम हों, ताकि लोग उनके बारे में अधिक से अधिक जान सकें.

सबसे ज्यादा छुट्टियां उत्तर प्रदेश में ही होती हैं. 365 दिनों में 192 दिन सरकारी छुट्टियां होती हैं. या यूं कहें कि जितने भी मुख्यालय, सचिवालय, पीडब्ल्यूडी समेत सारे मुख्यालयों में पांच दिनों का ही सप्ताह होता है. इसका मतलब शनिवार और रविवार के 104 दिन होते हैं. इनमें सार्वजनिक अवकाश 38 दिन, अर्जित अवकाश-30, आकस्मिक अवकाश 15, ऐच्छिक अवकाश-2 और लोकल हॉलीडे 3 दिन होता है.

महापुरुषों में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का जन्मदिन, चंद्रशेखर आजाद की जयंती, चरण सिंह का जन्मदिन, हजरत अली और ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के जन्म के दिन छुट्टी, राणा प्रताप जयंती, परशुराम जयंती आदि पर छुट्टी दी जाती है. किसी खास धर्म और जाति के लोगों को खुश करने के लिए इन छुट्टियों का ऐलान हुआ. नतीजा यह हुआ कि साल के आधे दिन लोग छुट्टी पर रहते हैं और बाकी दिन घूमने निकल जाते हैं. इसी को लेकर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि महापुरुषों के जन्म के दिन छुट्टी बंद होनी चाहिए. हालांकि, उन्होंने भीमराव अंबेडकर जयंती पर यह बात कही, इसलिए उनके विरोधी सवाल उठा सकते हैं कि आपने इस सवाल के लिए यही दिन क्यों चुना.

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