मुस्लिम से शादी करने वाली महिला के साथ बदसलूकी करने वाले पासपोर्ट अधिकारी का तबादला

लखनऊ : क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने हिदू—मुस्लिम दंपती से बदसलूकी करने वाले अधिकारी का आज तबादला कर दिया . कार्यालय ने घटना पर खेद भी प्रकट किया है. क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने बताया कि बदसलूकी करने वाले अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है . उसका तत्काल प्रभाव से तबादला कर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 21, 2018 4:36 PM

लखनऊ : क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने हिदू—मुस्लिम दंपती से बदसलूकी करने वाले अधिकारी का आज तबादला कर दिया . कार्यालय ने घटना पर खेद भी प्रकट किया है. क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने बताया कि बदसलूकी करने वाले अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है . उसका तत्काल प्रभाव से तबादला कर दिया गया है . वर्मा ने बताया कि दंपती मोहम्मद अनस सिद्दीकी और तन्वी सेठ को उनके पासपोर्ट जारी कर दिये गये हैं .

दंपती ने आज वर्मा से उनके कार्यालय में मुलाकात की. दोषी अधिकारी पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन देते हुए वर्मा ने कहा कि विदेश मंत्रालय को आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेज दी गयी है . उन्होंने घटना पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी . मोहम्मद अनस और उनकी पत्नी तन्वी सेठ ने ट्विटर पर अपनी आपबीती साझा की. इसमें उन्होंने बताया कि अधिकारी ने इस बात पर सवाल उठाया कि मुस्लिम से विवाह के बाद तन्वी ने अपना उपनाम क्यों नहीं बदला.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को किए एक के बाद ट्वीट में तन्वी ने अधिकारी के मनमाने रवैये के बारे में बताया और इस मामले में स्वराज से दखल देने का अनुरोध किया. तन्वी ने संवाददाताओं को बताया, ‘ मुझे बताया गया कि मेरा पासपोर्ट जारी नहीं किया जा सकता है क्योंकि मैंने एक मुस्लिम व्यक्ति से विवाह किया है और अपना उपनाम नहीं बदला है. जब मैंने पूछा कि अब मुझे क्या करना चाहिए तो बताया गया कि सभी दस्तावेजों में मुझे नाम बदलना होगा.’ उन्होंने बताया, ‘ वह अधिकारी मुझसे पूछताछ करते वक्त जोर से और बहुत ही अपमानजनक तरीके से बोल रहा था, वहां बहुत से लोग थे.

पता नहीं, हो सकता है उन्हें कोई निजी दुश्मनी रही हो… हमारे नाम देखते ही उन्होंने सवाल पूछने शुरू कर दिये. ‘ तन्वी ने बताया, ‘ हमने पासपोर्ट के लिए आवेदन दिया था और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मैं अंतिम सत्यापन के लिए गई. वहां जो अधिकारी था उसने मेरे विवाह के बारे में निरर्थक प्रश्न करने शुरू कर दिए…क्योंकि मैंने अपना उपनाम नहीं बदला था. उन्होंने कहा कि विवाह के बाद अपना उपनाम बदलना हर महिला का कर्तव्य है. उसकी भाषा और हावभाव अपमानजनक थे .’ अनस और तन्वी ने वर्ष 2007 में शादी की थी. उनकी छह साल की एक बेटी भी है और दोनों नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करते हैं. अनस ने बताया कि तन्वी और उन्होंने 19 जून को पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था और लखनऊ में पासपोर्ट सेवा केंद्र में उन्हें बुधवार को बुलाया गया था .

Next Article

Exit mobile version