योगी सरकार का महिला सुरक्षा मॉडल लागू, कांवड़ यात्रा में 10 हजार महिला पुलिसकर्मी तैनात

Kanwar Yatra 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कांवड़ यात्रा में महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 10 हजार से अधिक महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई हैं. हेल्प डेस्क, शक्ति बूथ, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी जैसे इंतजामों से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है.

By Abhishek Singh | July 13, 2025 6:46 PM

Kanwar Yatra 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस बार कांवड़ यात्रा में महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता बनी है. महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था के तहत 10,000 से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. इसमें 8,541 महिला मुख्य आरक्षी और 1,486 महिला उपनिरीक्षक शामिल हैं.

66 हजार से अधिक पुलिसकर्मी, 15% महिला बल की भागीदारी

पूरे प्रदेश में कांवड़ यात्रा के लिए कुल 66,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. इसमें महिला पुलिसकर्मियों की भागीदारी लगभग 15% है, जो अब तक का सबसे बड़ा महिला सुरक्षा दस्ता है.

6 करोड़ श्रद्धालु, 70 लाख महिलाएं होंगी शामिल

इस बार उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से करीब 6 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिनमें लगभग 60 से 70 लाख महिला श्रद्धालु भी शामिल होंगी. ऐसे में महिला सुरक्षा को लेकर खास प्लानिंग की गई है.

महिला सशक्तिकरण के लिए हेल्प डेस्क और शक्ति बूथ

कांवड़ मार्गों पर 150 से अधिक महिला हेल्प डेस्क बनाए गए हैं. कई जिलों में महिला स्वयंसेवी संगठनों की मदद से शक्ति हेल्प बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां महिला श्रद्धालुओं को सहायता मिल सकेगी.

महिला पुलिस की अनिवार्य तैनाती क्यूआरटी में

रात के समय गश्त करने वाली क्यूआरटी टीमों में महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी अनिवार्य की गई है. डीजीपी राजीव कृष्ण ने इन टीमों की निगरानी और प्रभावी संचालन के निर्देश भी दिए हैं.

मेरठ जोन में सबसे सख्त सुरक्षा व्यवस्था

कांवड़ मार्गों में मेरठ जोन को सर्वाधिक सुरक्षा वाला क्षेत्र बनाया गया है. यहां 3,200 महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. मुजफ्फरनगर, बागपत, हापुड़ और गाजियाबाद में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.

हाईटेक निगरानी से यात्रा पर नजर

ड्रोन, सीसीटीवी और इंटरनेट मीडिया की मदद से कांवड़ यात्रा की निगरानी की जा रही है. साथ ही कंट्रोल रूम में महिला पुलिसकर्मी हेल्पलाइन कॉल्स को मॉनिटर कर रही हैं ताकि किसी भी महिला श्रद्धालु को तुरंत सहायता मिल सके.