UP Election: सीएम योगी के प्रति अखिलेश यादव की भाषा शैली से नाराज RSS, संस्कार के साथ पेश आने की सलाह

वाराणसी में सनातन धर्म रक्षा परिषद एवं विशाल भारत संस्थान की ओर से काशी धर्म परिषद का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने संतों को संबोधित किया.

By Prabhat Khabar | February 22, 2022 12:08 PM

Varanasi News: जनपद वाराणसी में नरहर पूरा स्थित पातालपूरी मठ में सनातन धर्म रक्षा परिषद एवं विशाल भारत संस्थान की ओर से काशी धर्म परिषद का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और मुख्य संवादकर्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार उपस्थित रहे. इस दौरान उन्होंने संतों को संबोधित किया.

अखिलेश यादव को संस्कार के साथ पेश आने की सलाह

इसके बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अखिलेश यादव की योगी आदित्यनाथ के प्रति अमर्यादित भाषा शैली को अनुचित ठहराते हुए संस्कार के साथ पेश आने की सलाह दी. दरअसल, वाराणसी में पातालपुरी सनातन धर्म रक्षा परिषद एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में पाताल पूरी मठ में काशी धर्म परिषद का आयोजन हुआ.

मुख्य अतिथि इंद्रेश कुमार ने संतो से किया संवाद

इस अवसर पर मुख्य अतिथि इंद्रेश कुमार ने संतो से संवाद करते हुए उत्तर प्रदेश की मौजूदा योगी सरकार की जमकर तारिफ की. यही नहीं उन्होंने संतों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के विचारों की भी चर्चा की. इस कार्यक्रम में अनेक मठ-मंदिरों के संतगण उपस्थित रहे. कार्यक्रम के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने चुनावी जंग को लेकर कहा कि लोकतंत्र के पावन पर्व पर सभी चाहते हैं कि इस देश में जीवन मूल्यों के अंतर्गत की सरकार हो, और जीवन मूल्यों की सरकार मोदी के नेतृत्व में देश में है, तो योगी के नेतृत्व में यूपी है.

नेता अपने साथियों का सम्मान करें- इंद्रेश कुमार

दरअसल, अखिलेश यादव द्वारा योगी आदित्यनाथ पर अमर्यादित भाषा शैली को लेकर इंद्रेश कुमार ने कहा कि नेताओं का काम होता है देश समाज को सही रास्ता दिखाना. यदि वही ग़लत रास्ते पर चले जायेंगे तो समाज को क्या सन्देश देंगे. नेताओं को अपने साथियों के सम्मान करने की आदत होनी चाहिए, ताकि बच्चे भी यह संस्कार ले सकें. इसलिए नेताओं को अपनी भाषा को संभाल कर बोलना चाहिए. उनका यह वक्तव्य अधर्म, असवैंधानिक, पाप की श्रेणी में आता है जो उनको नहीं करना चाहिए.

रिपोर्ट- विपिन सिंह

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