बीजेपी ने प्रियंका गांधी पर लगाया ‘बस सियासत’ करने का आरोप कहा, महाराष्ट्र, राजस्थान में मजदूरों की चिंता करें

उत्तर प्रदेश ( Uttar pradesh ) में मजदूरों के लिये बसों (Buses for laborers) की प्रियंका गांधी वाड्रा की (Priyanka gandhi Offers bus) पेशकश को ‘विशुद्ध सियासत' करार देते हुए भाजपा ने कहा कि प्रियंका केवल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय महासचिव भी है, ऐसे में उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र में भी मजदूरों की चिंता करनी चाहिए. केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रियंका गांधी का 1000 बसें देने का दावा उत्तर प्रदेश की जनता के साथ मजाक है और कांग्रेस को जनता इसका जवाब देगी.

By Agency | May 21, 2020 11:16 AM

नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश में मजदूरों के लिये बसों की प्रियंका गांधी वाड्रा की पेशकश को ‘विशुद्ध सियासत’ करार देते हुए भाजपा ने कहा कि प्रियंका केवल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय महासचिव भी है, ऐसे में उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र में भी मजदूरों की चिंता करनी चाहिए. केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रियंका गांधी का 1000 बसें देने का दावा उत्तर प्रदेश की जनता के साथ मजाक है और कांग्रेस को जनता इसका जवाब देगी. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने अपने बयान में कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा केवल कांग्रेस की उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी ही नहीं है बल्कि वह राष्ट्रीय महासचिव भी है, ऐसे में उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र की भी चिंता करनी चाहिए.

उन्होंने सवाल किया कि जब राजस्थान और महाराष्ट्र में संकट की स्थिति थी तब कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव की हैसियत से इन राज्यों से बसें क्यों नहीं चलवायी ? हुसैन ने कहा कि राजस्थान में मजदूरों के साथ छात्र भी फंसे थे, महाराष्ट्र में भी मजदूर फंसे थे लेकिन वहां बसें नहीं चलवायी गई लेकिन उत्तर प्रदेश में जहां पहले से ही योगी सरकार बसों और ट्रेनों के जरिये मजदूरों, छात्रों को वापस ला रही है, वहां बसों की कांग्रेस महासचिव की पेशकश विशुद्ध सियासत है. भाजपा के एक अन्य प्रवक्ता जी वी एल नरसिम्ह राव ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की जनता के साथ मजाक करने का साहस किया है और उनका 1000 बसों की पेशकश केवल खोखले दावे हैं. राव ने आरोप लगाया कि इन बसों में से 297 बसों के प्रमाणपत्र मियाद पूरी कर चुके हैं जबकि सूची में उद्धृत काफी वाहन असल में बसें हैं ही नहीं. इनमें से कई तिपहिया वाहन है.

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एजेंसी भाषा के मुताबिक जी वी एल नरसिम्ह राव ने कहा कि प्रियंका गांधी ने राजस्थान की जनता का भी अपमान किया है क्योंकि राजस्थान सरकार की ओर से दी गई बसों को अपने परिवार द्वारा दी गई बसें बतायी गयीं. राजस्थान की जनता इसका भी संज्ञान लेगी. वहीं, शाहनवाज हुसैन ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक 1,000 ट्रेनों के माध्यम से लाखों मजदूरों को अन्य प्रदेशों से प्रदेश में ला चुकी है. 27,000 बसों की मदद से 6.50 लाख मजदूरों उनके घर पहुंचा चुकी है. उन्होंने कहा कि मजदूरों को वापस लाने के साथ ही योगी सरकार 20 लाख से अधिक मजदूरों को प्रदेश में ही काम देने की व्यवस्था भी कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ही ऐसी पहली सरकार थी जिसने 600 बसों को राजस्थान भेज कर वहां पर फंसे छात्रों को लाने का काम किया था. हुसैन ने बसों की सूची में कई फर्जी गाड़ियों का नंबर देने का भी कांग्रेस पर आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी को इसके लिये माफी मांगनी चाहिए.

गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान, काम बंद हो जाने के कारण अपने अपने गृह राज्य लौट रहे प्रवासी श्रमिकों की मदद करने को लेकर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए और उत्तर प्रदेश सरकार को कांग्रेस पार्टी की ओर से मुहैया कराई गयी बसें चलाने की अनुमति देनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहें तो बसों पर भाजपा का झंडा एवं पोस्टर लगवा दें, लेकिन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए उन बसों का इस्तेमाल करें.

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