YouTube देख फर्जी IPS बना युवक, वर्दी का धौंस दिखा करता था ब्लैकमेल, STF ने दबोचकर किया खुलासा

UP Police Arrested Fake IPS: एसटीएफ डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह के मुताबिक रविवार को सूचना मिली थी कि फर्जी आईपीएस बनकर शिक्षक को ब्लैकमेल करने वाला हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास आने वाला है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 11, 2021 10:59 AM

एसटीएफ ने सिविल लाइन से फर्जी आईपीएस बनकर परिषदीय स्कूल के शिक्षक को ब्लैकमेल करने वाला प्रतियोगी छात्र को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के वक्त फर्जी आईपीएस बकायदा वर्दी में था. एसटीएफ ने उसके कब्जे से मोबाइल, स्कूटी समेत उस शिक्षक से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिसके माध्यम से शिक्षक को ब्लैकमेल कर रहा था. पुलिस ने युवक का IPC की धारा 170, 171, 419, 420 में चालान कर दिया.

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसकी मां भी उसी स्कूल में शिक्षक हैं, जहां सुशील सिंह तैनात है। उसे लगता था कि बीआरसी में जान पहचान होने के कारण सुशील उसकी मां की ड्यूटी चुनाव व अन्य कार्यों में लगवाकर उन्हें प्रताड़ित करवाता था. इसी का बदला लेने के लिए फर्जी आईपीएस अफसर बनकर उससे बदला लेने के किए ब्लैकमेल करने की सोची.

एसटीएफ डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह के मुताबिक रविवार को सूचना मिली थी कि फर्जी आईपीएस बनकर शिक्षक को ब्लैकमेल करने वाला हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास आने वाला है. सूचना के बाद सक्रिय हुए एसटीएफ ने तत्काल घेराबंदी करते हुए युवक को धर दबोचा. एसटीएफ ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया की वह खुद को एसटीएफ लखनऊ में तैनात आईपीएस अफसर रविंद्र कुमार पटेल बता कर शिक्षक को ब्लैकमेल कर रहा था.

एसटीएफ को युवक ने अपना नाम विपिन कुमार चौधरी निवासी बड़ी अढ़ौली, कुम्हियावां थाना महेवाघाट बताया. वर्तमान में राजरूपपुर में किराये के कमरे में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है. एसटीएफ के मुताबिक आरोपी युवक ने फर्जीआईपीएस बनकर रौब दिखाते हुए सहायक अध्यापक राजेश सिंह से कौशाम्बी में तैनात सहायक अध्यापक सुशील कुमार सिंह के संबंधित रिकॉर्ड व दस्तावेज निकलवा लिए थे. सुशील पहले बतौर शिक्षामित्र फतेहपुर के परसिद्धपुर धाता में तैनात था. आरोपी 2006 से 2019 तक के अध्यापकों की उपस्थिति संबंधी रिकॉर्ड की छायाप्रति ले ली.

बदला लेने के लिए बना फर्जी आईपीएस- युवक ने एसटीएफ को बताया की उसकी मां भी उसी स्कूल में शिक्षक हैं, जहां सुशील सिंह तैनात है. उसे लगता था कि बीआरसी में जान पहचान होने के कारण सुशील उसकी मां की ड्यूटी चुनाव व अन्य कार्यों में लगवाकर उन्हें प्रताड़ित करवाता था. इसी का बदला लेने के लिए फर्जी आईपीएस अफसर बनकर उससे बदला लेने की सोची.

आरोपी युवक ने यूट्यूब से ली आईपीएस की यूनिफार्म की जानकारी- आरोपी युवक ने पूछताछ में बताया की उसने पहले यू ट्यूब पर आईपीएस की वर्दी के बारे में जानकारी ली और फिर वर्दी सिलवाकर फर्जीवाड़ा करने लगा. एसटीएफ डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने बताया की परसिद्धपुर प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक राजेश सिंह की तहरीर पर सिविल लाइंस थाने में आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 170,171,419,420 में केस दर्ज चालान कर दिया गया.

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इनपुट : एसके इलाहाबादी

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