हरियाणा में फंसे 2224 मजदूरों को यूपी सरकार ले आयी वापस, रविवार को और 11 हजार आएंगे

देश के दूसरे प्रदेशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का काम शनिवार से शुरू हो गया और पहले चरण में 2224 श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को 82 बसों की मदद से लाया गया है. रविवार तक 11 हजार लोगों को वापस लाया जाएगा.

By Radheshyam Kushwaha | April 25, 2020 11:33 PM

लखनऊ. देश के दूसरे प्रदेशों में रह रहे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को वापस लाने का काम शनिवार से शुरू हो गया और पहले चरण में 2224 श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को 82 बसों की मदद से लाया गया है. रविवार तक 11 हजार लोगों को वापस लाया जाएगा. अपर मुख्य सचिव गृह और सूचना ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वारेंटाइन पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाए जाने के संबंध में निर्देश दिए थे. उन्होंने बताया कि इसी को अमल में लाते हुये शनिवार को हरियाणा राज्य से 2224 मजदूरों को 82 बसों से वापस प्रदेश लाया गया. ये मजदूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के है. उन्होंने कहा कि रविवार तक दूसरे प्रदेशों में रह रहे 11 हजार मजदूर वापस आ जाएंगे और इन श्रमिकों को वापस लाने का कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा.

इन मजदूरों को 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रखा जाएगा, इसके लिए बड़ी संख्या में शेल्टर होम तैयार किये जाने के निर्देश दिये गये है, जहां भोजन एवं शौचालय की व्यवस्था की जाएगी. दूसरे प्रदेशों से वापस लायें गये मजदूरों का क्वारेंटाइन समय समाप्त होने के बाद उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिये भी तैयारी करने के निर्देश दिए है, ताकि इन्हें अपने गांव या उसके आसपास ही रोजगार मिल सके.

चिकित्साकर्मियों को कोरोना से बचाने के लिए योगी ने दिए टीम गठित करने के निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को निर्देश दिया कि चिकित्साकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए राज्य मुख्यालय और जिलों में टीमें बनायी जाएं. योगी ने यहां अपने सरकारी आवास पर एक बैठक में बंद संबंधी व्यवस्था की समीक्षा के दौरान चिकित्सकीय संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर तथा प्रभावी प्रयास किये जाने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि चिकित्सकों सहित सभी चिकित्साकर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड.19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि चिकित्साकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए राज्य मुख्यालय तथा जनपदों में टीम बनायी जाए. ये टीम सरकारी और निजी सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय संक्रमण पर ध्यान देते हुए इसे रोकने के लिए कार्य करें.

CM योगी ने स्वास्थ्य विभाग एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग को प्राथमिकता पर ऐसी टीमों का गठन करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने कोविड.19 के मरीजों का उपचार कर रहे चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की नियमित एवं सुचारू आपूर्ति बनाये रखने तथा प्रशिक्षण को और गति देने पर बल दिया. CM योगी ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा के विद्यार्थियों तथा आयुष आदि के चिकित्सकों को भी प्रशिक्षण दिया जाए. उन्होंने एल.1, एल.2 तथा एल.3 अस्पतालों की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक जनपद में एक अतिरिक्त सीएचसी को एल.1 अस्पताल के तौर पर तैयार किया जाए. इस कार्य को समयबद्ध ढंग से सुनिश्चित कराने के लिए एक अधिकारी को नामित किया जाए. उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए और गश्त बढ़ाई जाए.

उन्होंने कहा कि रमजान के दृष्टिगत पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरती जाए और सोशल मीडिया पर नजर रखी जाए. योगी ने संतकबीरनगर जिले में बढ़े संक्रमण के मामलों के मद्देनजर मंडलायुक्त ;बस्तीद्धए पुलिस महानिरीक्षक बस्तीद्ध तथा स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने एक समिति गठित की है. उन्होंने कहा प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हैए जिसे कार्य योजना बनाकर सफलतापूर्वक लागू किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि तालाब एवं छोटे बांध आदि से संबंधित कार्य शुरू कराये जाए और इन कार्यों में प्रवासी मजदूरों को भी लगाया जाए. मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों में 14 दिन की क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों कामगारों तथा मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाए जाने के संबंध में भी विचार-विमर्श किया.

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