चिन्मयानंद मामला : एसआईटी ने छात्रा और उसके तीन मित्रों के खिलाफ रंगदारी का मामला दर्ज किया

शाहजहांपुर (उप्र) : पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बीच विशेष जांच दल (एसआईटी) ने भाजपा नेता पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा और उसके तीन मित्रों पर रंगदारी के प्रकरण में मामला दर्ज किया है. एसआईटी सूत्रों ने बताया कि चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप मढ़ने वाली लड़की पर भी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 21, 2019 9:51 PM

शाहजहांपुर (उप्र) : पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के बीच विशेष जांच दल (एसआईटी) ने भाजपा नेता पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा और उसके तीन मित्रों पर रंगदारी के प्रकरण में मामला दर्ज किया है.

एसआईटी सूत्रों ने बताया कि चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप मढ़ने वाली लड़की पर भी रंगदारी, आपराधिक धमकी एवं साक्ष्य गायब करने के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है. चिन्मयानंद के वकील के मुताबिक, चिन्मयानंद की जमानत अर्जी शनिवार अदालत में नहीं दी जा सकी क्योंकि स्थानीय वकील हड़ताल पर थे. ये वकील शाहजहांपुर को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ से संबद्ध करने की मांग कर रहे हैं. उधर, एसआईटी सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को संजय सिंह, सचिन सेंगर और विक्रम उर्फ दुर्गेश के साथ जिस अनाम व्यक्ति (मिस ए) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, वह दरअसल खुद विधि की छात्रा ही है. सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया था. एसआईटी ने इसी मामले में संदिग्ध के रूप में एक अनाम महिला का जिक्र किया था, लेकिन उच्चतम न्यायालय के दिशा निर्देशों के अनुरूप उसके नाम का खुलासा नहीं किया गया था.

एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने बताया कि संजय, सचिन और विक्रम ने रंगदारी मामले में अपने शामिल होने की बात स्वीकारी है. रंगदारी मामले में नाम शामिल होने के बाद युवती ने कहा, मेरा रंगदारी मामले से कोई लेना देना नहीं है. मुझे लगता है कि बलात्कार के आरोप को हल्का करने के लिए ये सब नाटक किया जा रहा है. अरोड़ा ने बताया कि एसआईटी ने मोबाइल कॉल के डिजिटल डिटेल और टोल टैक्स प्लाजा के फुटेज हासिल किये हैं. उन्होंने बताया, हमें पता लगा है कि लड़की शाहजहांपुर से बरेली गयी. उसके बाद शिमला और फिर दिल्ली चली गयी. उसके बाद वह राजस्थान के दौसा में मिली. अरोड़ा ने बताया कि एक जनवरी 2019 से लड़की ने संजय से लगभग 4200 बार बात की. उसने चिन्मयानंद से लगभग दो सौ बार बात की. लड़की और संजय के बीच मैसेज के आदान-प्रदान की भी पड़ताल की गयी है. उन्होंने बताया, विवेचना अभी जारी है. हमारे पास 90 दिन का समय है. हम कोई साक्ष्य छोड़ना नहीं चाहते हैं.

इस बीच चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने बताया कि स्थानीय वकीलों की हड़ताल के कारण जमानत की अर्जी अदालत में शनिवार को नहीं लगायी जा सकी. उधर, जिला कारागार अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि चिन्मयानंद को कोई विशिष्ट सुविधा नहीं दी गयी है. उन्होंने आम कैदी की तरह पहली रात बैरक में गुजारी. कुमार ने बताया कि चिन्मयानंद ने शुक्रवार को दोपहर और रात का भोजन किया और रात लगभग साढ़े दस बजे सोने चले गये. वह सुबह साढ़े तीन बजे उठे. उन्होंने बताया कि चिन्मयानंद ने घंटे भर ध्यान किया और सुबह अपनी बैरक में चहलकदमी की. एसआईटी ने शुक्रवार को चिन्मयानंद को गिरफ्तार किया था. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. बताया जाता है कि चिन्मयानंद ने एसआईटी से कहा कि उन्हें अपने किये पर शर्मिंदगी है. चिन्मयानंद को जब महिला द्वारा उनका मसाज करने का वीडियो दिखाया गया तो उन्होंने एसआईटी से कहा, जब आपको सब पता है तो मुझे कुछ नहीं कहना. मैं अपना जुर्म स्वीकारता हूं और मुझे अपने किये पर शर्मिंदगी है.

चिन्मयानंद की गिरफ्तारी के तुरंत बाद पीड़िता ने कहा कि स्वामी को जिन आरोपों में गिरफ्तार किया गया है, वह उससे संतुष्ट नहीं है. यह मामला कमजोर करने का प्रयास है. उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है, जो मामले की जांच कर रही है.

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