डॉ अर्चना सुसाइड केस में बीजेपी नेता हरकेश मटलाना गिरफ्तार, मुख्य आरोपी अब भी फरार

दौसा के एसपी राजकुमार गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि डॉ अर्चना सुसाइड केस में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी बल्या जोशी अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है, लेकिन जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2022 7:27 PM

दौसा: रांची की बेटी डॉ अर्चना शर्मा सुसाइड केस (Dr Archana Sharma Suicide Case) में राजस्थान के दौसा जिले की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दौसा जिला के उपाध्यक्ष हरकेश मटलाना (BJP leader Harkesh Matlana) को राजधानी जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है. उन्हें दौसा पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया है.

जयपुर के रेस्टोरेंट से हरकेश मटलाना गिरफ्तार

स्पेशल टीम ने हरकेश मटलाना को जयपुर के एक रेस्टोरेंट से पकड़ा और दौसा में लाकर पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया. स्पेशल टीम में शामिल सब इंस्पेक्टर रवींद्र चौधरी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डॉ अर्चना सुसाइड केस में हरकेश मटलाना आरोपी हैं. वह पूर्व सरपंच हैं और वर्तमान में उनकी पत्नी सरपंच हैं.

अब तक 7 लोगों की हुई गिरफ्तारी

रविवार को दौसा के एसपी राजकुमार गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि डॉ अर्चना सुसाइड केस में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य आरोपी बल्या जोशी अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाया है, लेकिन जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा. बल्या जोशी की गिरफ्तारी के लिए राजस्थान के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश और गुजरात में छापामारी की जा रही है.

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प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 28 मार्च 2022 को दौसा जिला के लालसोट में स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में एक प्रसूता की मौत हो गयी थी. आनंद अस्पताल में प्रसूता की मौत के बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल में बवाल कर दिया. हंगामा करने वालों में स्थानीय भाजपा नेता भी शामिल थे. यह अस्पताल डॉ अर्चना के पति डॉ सुनीत शर्मा का है.

डिप्रेशन में डॉ अर्चना ने कर ली आत्महत्या

आनंद अस्पताल में प्रसूता की मौत के बाद मृतका के परिजनों की शिकायत पर डॉ अर्चना शर्मा के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली. इससे परेशान डॉ अर्चना डिप्रेशन में चली गयीं और आत्महत्या कर ली. इससे राजस्थान के डॉक्टर भड़क गये. उन्होंने पुलिस और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.आक्रोशित डॉक्टरों ने जमकर धरना-प्रदर्शन किया.

मुख्यमंत्री ने की कड़ी कार्रवाई

बाद में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस केस में कड़ा कदम उठाया. उन्होंने दौसा के पुलिस अधीक्षक, लालसोट के पुलिस उपाधीक्षक और लालसोट के थाना प्रभारी को हटा दिया. इसके बाद मामले की जांच शुरू हुई और एक-एक कर 7 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है. हालांकि, मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की पहुंच से दूर है.

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