Mumbai Building Collapse: 3 हुई मृतकों की संख्या, जर्जर इमारत को गिराने का BMC ने दिया था नोटिस

Mumbai Building Collapsed: मुंबई के कुर्ला में एक चार मंजिला इमारत भरभरा कर गिर गई. अचानक गिरी बिल्डिंग में कई लोग दब गए. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और दमकल विभाग ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया. अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 28, 2022 12:13 PM

3, Building Collapse: मुंबई में बड़ा हादसा हुआ है. कुर्ला में एक चार मंजिला इमारत (Building Collapse in Mumbai) अचानक से ढह गई. इस हादसे में कई लोग मलबे में दब गए हैं. वहीं, घटना की सूचना मिलते ही दमकल, पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. अबतक मिली जानकारी के मुताबिक मलबे में 12 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. बता दें नाइक नगर सोसायटी की D विंग स्थिर इस इमारत की हालत जर्जर हो गई थी.

3 की मौत 8 लोगों को किया गया रेस्क्यू: हादसे के बाद बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया है. दमकल, पुलिस के साथ साथ एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. वहीं, हादसे 3 शख्स की मौत हो गई है जबकि 8 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. BMC ने कहा है कि मलबे के निकाले गए लोगों की हालत स्थिर है.

20 से 25 लोगों के दबे होने की संभावना: पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ के संयुक्त प्रयास से मलबे के नीचे दबे लोगों में से 12 लोगों को निकाल लिया गया है. उनकी हालत अभी स्थिर है. बीएससी के मुताबिक, मलबे में 20 से 25 लोग दबे थे. यानी 12 लोगों का रेस्क्यू हो जाने के बाद भी अभी कस से कम 12 से 15 लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं.

देर रात हुआ हादसा: मुंबई फायर ब्रिगेड के मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजय मांजरेकर ने बताया कि, सोमवार की देर रात करीब 12 बजे ये इमारत गिरी है. सूचना मिलने के बाद टीम घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कर दिया. संजय मांजरेकर ने बताया कि अभी तक हमने 12 व्यक्तियों को बाहर निकाल लिया है. अंदर 5 लोग और फंसे हुए दिख रहे हैं. उनका बचाव अभियान जारी है.

इमारत गिराने का मिला था नोटिस: नाइक नगर सोसायटी की D विंग स्थित 4 मंजिला इमारत बीती रात गिर गई. हादसे से 12 लोगों को बचा लिया गया है. जबकि, मलबे के नीचे दबकर एक शख्स की जान चली गई है. वहीं, कुछ लोग अभी भी फंसे हुए हैं. BMC के अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी भिड़े ने बताया कि 2013 से इमारत को कई नोटिस दिए गए थे. पहले मरम्मत का और फिर इमारत को गिराने के लिए भी नोटिस दिया गया था.

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