एक माह में टूटने लगी पशु शेड की दीवार

गड़बड़ी . गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने का लाभुकों ने की शिकायत मनरेगा को पारदर्शी बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है. पशु शेड से किसानों की स्थिति सुधारने की दिशा में काम हो रहा है. पर गुणवत्ता के अनदेखी के कारण इस्तेमाल से पूर्व ही पशु शेड की दीवारें दरकने लगी है. अधिकारियों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 17, 2017 6:37 AM

गड़बड़ी . गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने का लाभुकों ने की शिकायत

मनरेगा को पारदर्शी बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है. पशु शेड से किसानों की स्थिति सुधारने की दिशा में काम हो रहा है. पर गुणवत्ता के अनदेखी के कारण इस्तेमाल से पूर्व ही पशु शेड की दीवारें दरकने लगी है. अधिकारियों की जांच कर कार्रवाई करने की जरूरत है.
उधवा : एक तरफ सरकार मनरेगा को पारदर्शी बनाने में जुटी है. इसके लिए जॉब कार्डधारकों को बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से मजदूरी भुगतान किया जा रहा है. किसानों की स्थिति सुधारने के लिए डोभा,
पशुपालन शेड आदि योजना का लाभ दिया जा रहा है. इससे मजदूरों के पलायन पर शिकंजा कसा जा सके. लेकिन सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद धरातल पर छवि स्पष्ट नहीं हो पा रही है. मामला उधवा प्रखंड के चांदशहर पंचायत का है. जहां पशुपालन शेड के निर्माण में गड़बड़ी की गयी है. निर्माण कार्य के पूरा होने के महज 30 दिनों में ही पशु शेड में दीवारें आ गयी है. पशुपालक कार्य की गुणवत्ता पर ही सवाल उठा रहे हैं. सबसे गौर करने वाली बात यह है कि ये योजनाएं सीधे तौर पर कृषि को बढ़ावा देने के लिये किसानों के निजी उपयोग पशुपालन हेतु के लिये तैयार किये गये हैं. परंतु लाभुक को निर्माण कार्य एवं प्राक्कलन से जुड़ी जानकारी नहीं है दी जाती.
मामला उधवा प्रखंड के चांदशहर पंचायत का
केस स्टडी वन
चांदशहर पंचायत के जगतबाटी गांव में मनरेगा अंतर्गत योजना संख्या 12/17-18 इशा नदाब की जमीन में गाय प्लेटफॉर्म निर्माण कार्य 66920 रुपये की लागत से विभागीय अभिकर्ता द्वारा लगभग एक महीने पूर्व किया गया. लाभुक ने बताया कि अभी तक शेड का इस्तेमाल शुरू भी नहीं किया गया और टूटने लगा है. प्राक्कलन से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी गयी.
केस स्टडी टू
चांदशहर पंचायत में मनरेगा योजना संख्या 13/17-18 नकबीर शेख के जमीन में बकरी पालन शेड का निर्माण कार्य 63100 रुपये की लागत से विभागीय अभिकर्ता द्वारा कराया गया है. योजना पूर्ण हो गयी लेकिन इसमें दरवाजा नहीं लगाया गया. लाभुक योजना को योजना की प्राक्कलित राशि की जानकारी नहीं है. दरवाजा कब लगेगा पता नहीं चल पा रहा है.
केस स्टडी थ्री
चांदशहर ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना अंतर्गत कन्हाई रविदास की जमीन में पशु शेड का निर्माण कार्य लगभग चार महीने पूर्व ही कराया गया है. यहां भी शेड टूटने लगा है. लाभुक का कहना है कि विभागीय कर्मी को जानकारी दी गयी है.
कितने पशुपालन शेड का हुआ निर्माण
चांदशहर पंचायत में मनरेगा योजना से लगभग एक दर्जन से अधिक पशुपालन शेड का निर्माण कार्य किया गया है. अख्तर शेख, मोजाबर शेख, दौलत शेख, नुरुल शेख, बजरूद्दीन शेख, नकबीर शेख, रहीम शेख की जमीन पर बकरी पालन शेड का निर्माण कराया गया. वहीं साकीर शेख, राकीबुल शेख, सुक्कु रजक, सुबोल रविदास, रमजानी शेख, इस्ताब अली, रमीजन बेवा, कन्हाई रविदास, ईशा नदाब एवं रकीबा बीवी की जमीन पर गाय पालन शेड का निर्माण किया गया है.
क्या कहते हैं पदाधिकारी
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी अविनाश पुर्णेंदु ने कहा कि योजना कार्य पूर्ण नहीं है. ऐसी जानकारी नहीं है, अगर ऐसा हुआ है मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.

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