तार-तार हुई़ विधानसभा की मर्यादा- सीपी की राहुल पर टिप्पणी, इरफान के अपशब्द पर मारपीट तक की नौबत

बजट सत्र के 13वें दिन में विधानसभा की मर्यादा तार-तार हुई़ विधानसभा में अमर्यादित आचरण की हदें पार हो गयीं. पक्ष-विपक्ष ने हो-हंगामा किया़ पक्ष-विपक्ष में तनातनी हुई़ सदन के अंदर ही विधायक आपस में उलझे और मारपीट की नौबत आयी़

By Pritish Sahay | March 21, 2020 1:43 AM

रांची : बजट सत्र के 13वें दिन में विधानसभा की मर्यादा तार-तार हुई़ विधानसभा में अमर्यादित आचरण की हदें पार हो गयीं. पक्ष-विपक्ष ने हो-हंगामा किया़ पक्ष-विपक्ष में तनातनी हुई़ सदन के अंदर ही विधायक आपस में उलझे और मारपीट की नौबत आयी़ सदन में वरिष्ठ विधायकों के बीच-बचाव के बाद मामला शांत हुआ़ शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा का सदस्य मनोनीत किये जाने का मामला सदन में लाया़ स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि जो व्यक्ति सदन में नहीं या सदन का हिस्सा नहीं, उस पर बातें नहीं हो सकती हैं, आप बैठ जाये़ं इसके बाद सीपी सिंह बोलने उठे़

सीपी सिंह ने राहुल गांधी को लेकर टिप्पणी की़ हालांकि स्पीकर ने वह शब्द कार्यवाही से हटा दिया, लेकिन आगे चर्चा में राहुल गांधी के साथ पप्पू शब्द कई बार जुटा़ कांग्रेस के विधायक श्री सिंह की टिप्पणी से आहत हुए और शोर-शराबा शुरू कर दिया़ कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप, विक्सल कोंगाड़ी, अंबा प्रसाद वेल में आ गये़ मंत्री बन्ना गुप्ता अपनी सीट से जोर-जोर से बोलते हुए श्री सिंह की टिप्पणी का विरोध करने लगे़ हो-हल्ला के बीच इरफान अंसारी ने विपक्ष पर अमर्यादित टिप्पणी कर दी़

विपक्ष का कहना था कि इरफान अंसारी ने गाली दी है़ इसके बाद सदन का माहौल और बिगड़ गया़ भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही अपनी सीट से सीधे उठे और इरफान की ओर लपके़ उनके साथ रणधीर सिंह, विरंची नारायण, अनंत ओझा और अमित मंडल भी वेल में पहुंच गये़ पक्ष-विपक्ष के बीच तनातनी का माहौल बन गया़ विधायकों के बीच मारपीट की नौबत आ गयी़ विधायक प्रदीप यादव, सरयू राय, स्टीफन मरांडी, आलमगीर आलम जैसे वरिष्ठ विधायकों ने बीच-बचाव किया़

स्पीकर को कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी : इधर माहौल अनियंत्रित देखकर स्पीकर श्री रवींद्रनाथ महतो ने 11़ 35 बजे 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी़ सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई, तो सत्ता पक्ष के विधायकों का हो-हल्ला शुरू हुआ़ विपक्ष के विधायक सीपी सिंह से माफी मांगने की मांग पर अड़ गये़ सत्ता पक्ष के विधायक विधायक सीपी सिंह को सस्पेंड करो, गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगा रहे थे़

उधर सीपी सिंह की दलील थी कि महाधिवक्ता से लेकर कानूनविद से दिखवा लिया जाये, यह शब्द असंसदीय नहीं है़ मंत्री आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, विधायक प्रदीप यादव, स्टीफन मरांडी सभी ने श्री सिंह की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए खेद व्यक्त करने को कहा, लेकिन वह तैयार नहीं थे़ विपक्ष के विधायक सत्ता पक्ष के इरफान से माफी मांगने की बात करने लगे़ सदन में इस व्यक्तिगत टीका-टिप्प्णी से पैदा हुई अव्यवस्था का रास्ता नहीं निकला, फिर स्पीकर ने कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी़

विधानसभा का दृश्य

सत्ता पक्ष सीपी सिंह से माफी मंगवाने पर अड़ा, सीपी सिंह को सस्पेंड करो, गुंडागर्दी नहीं चलेगी के नारे लगे

नहीं माने सीपी सिंह, कहा : असंसदीय नहीं बोला, स्पीकर हुए आहत

सीपी सिंह ने राहुल पर टिप्पणी की, तो पूरा सत्ता पक्ष हो-हल्ला करने लगा

हो-हल्ला के बीच इरफान अंसारी ने अमर्यादित टिप्पणी कर दी, विपक्ष का आरोप : गाली दी गयी

अपनी सीट से उठकर भानु इरफान की ओर बढ़े, साथ में रणधीर बाहें चढ़ाते पहुंचे

इरफान सहित सत्ता पक्ष के कई विधायक सामने आये, पक्ष-विपक्ष में तनानतनी

प्रदीप, सरयू, सरफराज, स्टीफन, आलमगीर, बादल सहित कई नेताओं ने बीच बचाव किया

यहां जनता के काम के लिए आये हैं षडयंत्र के तहत बाधित किया : स्पीकर

सदन में टीका-टिप्पणी, अमर्यादित आचरण और अव्यवस्था से स्पीकर रवींद्र नाथ महतो आहत थे़ उन्होंने कहा : लगता है कि एक षड्यंत्र के तहत प्रश्नकाल को बाधित किया गया है़ जनता के सवाल आते, सरकार का उत्तर आता़ कुछ-कुछ सदस्यों के दिमाग से इस तरह की बातें आती हैं कि सदन की कार्यवाही नहीं चलती़ जनमुद्दों के सवाल का समाधान नहीं होता़ ऐसे काम के लिए हम यहां नहीं आये है़ं जनता के काम के लिए यहां आये है़ं ऐसे व्यवहार से आसन आहत होता है़

किसने क्या कहा

सीपी सिंह पहली बार नहीं, राहुल गांधी पर कई बार कर चुके हैं िटप्पणी, माफी मांगें : आलमगीर

सीपी सिंह वरिष्ठ विधायक जानबूझ कर हल्की बातें करते हैं : प्रदीप यादव

जानबूझ कर बोलते हैं सीपी सिंह, जहर उगलते हैं : बन्ना गुप्ता

इरफान ने गाली शब्द का प्रयोग किया है, माफी मांगें इरफान : नीलकंठ

सीपी सिंह वरिष्ठ हैं, कुछ ना कुछ बोलते ही रहते हैं आचरण ठीक नहीं : स्टीफन

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