झारखंड राज्यसभा चुनाव : निर्विरोध निर्वाचित महुआ माजी सदन में पहला सवाल क्या करेंगी, पढ़िए खास बातचीत

Jharkhand Rajya Sabha elections: झारखंड की राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि वे सदन में झारखंड की आवाज बुलंद करेंगी. पार्टी की उम्मीदों पर हर संभव खरा उतरने का प्रयास करेंगी. सदन में वे आधी आाबदी से जुड़े सवालों को प्राथमिकता से रखेंगी. आज शुक्रवार को इनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गयी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2022 5:38 PM

Jharkhand Rajya Sabha elections: झारखंड से निर्विरोध राज्यसभा सदस्य निर्वाचित महुआ माजी ने कहा कि वे सदन में झारखंड की आवाज बुलंद करेंगी. पार्टी की उम्मीदों पर हर संभव खरा उतरने का प्रयास करेंगी. सदन में वे आधी आाबदी से जुड़े सवाल को प्राथमिकता से रखेंगी. आज शुक्रवार को इनके निर्विरोध निर्वाचन की घोषणा की गयी. आपको बता दें कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने महुआ माजी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था. राज्य के सीएम व झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने झामुमो नेत्री व साहित्यकार महुआ माजी के नाम की घोषणा की थी.

झारखंड की आवाज करेंगी बुलंद

भाजपा के राज्यसभा कैंडिडेट आदित्य साहू और झामुमो की राज्यसभा कैंडिडेट महुआ माजी आज निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. राज्यसभा सदस्य महुआ माजी ने कहा कि पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है. प्रभात खबर डॉट कॉम के गुरुस्वरूप मिश्रा से खास बातचीत में महुआ माजी ने कहा कि झामुमो माटी की पार्टी है. उन पर भरोसा जताने के लिए उन्होंने झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष दिशोम गुरु शिबू सोरेन, सीएम सह कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन समेत सांसदों व विधायकों समेत पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रति आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि वे पार्टी की उम्मीदों पर हर संभव खरा उतरने का प्रयास करेंगी. राज्यसभा में झारखंड की आवाज बनेंगी. वे साहित्यकार के साथ-साथ झामुमो में महिला मोर्चा की कमान संभाली हैं. महिला आयोग की अध्यक्ष का अनुभव भी है. इस नाते उन्हें आधी आबादी की समस्या की जानकारी है. झारखंड की आवाज को वे राज्यसभा में बुलंद करेंगी. प्रभात खबर डॉट कॉम से महुआ माजी की खास बातचीत.

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साहित्य के क्षेत्र में किया नाम रोशन

राज्यसभा सदस्य महुआ माजी झारखंड महिला आयोग की अध्यक्ष रही हैं. इनके पहले उपन्यास ‘मैं बोरिशाइल्ला’ को कई पुरस्कार मिले हैं. इनका दूसरा उपन्यास ‘मरंग गोड़ा नीलकंठ हुआ’ है. हंस, कथादेश, कथाक्रम, नया ज्ञानोदय के साथ-साथ कई पत्र-पत्रिकाओं में इनकी कहानियां प्रकाशित हो चुकी हैं. रांची में रहने वाली महुआ माजी ने साहित्य के क्षेत्र में झारखंड का नाम रोशन किया है.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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