Jharkhand Naxal News : देश में उग्रवादी संगठनों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग का सबसे बड़ा मामला, इडी ने दायर किया इतने करोड़ रूपये का आरोप पत्र

money laundering case on tpc naxal organization : इडी ने हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में मगध आम्रपाली कोल परियोजना में सक्रिय टीपीसी के उग्रवादियों के खिलाफ जांच शुरू की थी. जांच के बाद इडी ने पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में विनोद कुमार गंझू, प्रदीप राम, बिंदेश्वर गंझू और उनके व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.

By Prabhat Khabar | February 27, 2021 6:23 AM

jharkhand news, naxal latest news in hindi, latest Money laundering case in jharkhand रांची : प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने मगध आम्रपाली कोल परियोजना से लेवी वसूलनेवाले टीपीसी उग्रवादियों और उससे संबंधित व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. इन पर 4.92 करोड़ रुपये की मनी लाउंड्रिंग का आरोप है. उग्रवादी संगठनों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग के आरोप में दायर किया जानेवाला देश का यह सबसे बड़ा मामला है.

इडी ने हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में मगध आम्रपाली कोल परियोजना में सक्रिय टीपीसी के उग्रवादियों के खिलाफ जांच शुरू की थी. जांच के बाद इडी ने पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में विनोद कुमार गंझू, प्रदीप राम, बिंदेश्वर गंझू और उनके व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.

आरोप पत्र में कहा गया है कि टीपीसी के इन उग्रवादियों द्वारा मुखौटा संगठन बना कर लेवी वसूली जाती थी. लेवी वसूली के लिए इन उग्रवादियों ने मगध ऑर्गेनाइजिंग कमेटी और अाम्रपाली शांति समिति नामक संगठन बनाये हैं. इस संगठन के माध्यम से कोयले की ढुलाई करनेवालों और कोयला व्यापारियों से लेवी वसूली जाती है. लेवी की रकम को अपनी जायज कमाई साबित करने के उद्देश्य से तीनों उग्रवादियों ने व्यापारिक संगठन बना रखा है.

विनोद गंझू ने भोक्ता कंस्ट्रक्शन, प्रदीप राम ने प्रदीप ट्रेडर्स और बिंदेश्वर गंझू ने मां गंगा कोल ट्रेडर्स नामक व्यापारिक संगठन बनाकर लेवी के रूप में वसूली गयी राशि को इन व्यापारिक प्रतिष्ठानों के माध्यम से हुई आमदनी साबित करने की कोशिश की. इसके बाद लेवी की रकम से अपने और अपने परिजनों के नाम चल-अचल संपत्ति जमा की.

इडी जब्त कर चुकी है इन उग्रवादियों की संपत्ति

जांच के दौरान टीपीसी के इन उग्रवादियों द्वारा अर्जित 4.92 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी है. इडी ने इन उग्रवादियों द्वारा मनी लाउंड्रिंग के सहारे खरीदी गयी 2.89 करोड़ रुपये की संपत्ति अप्रैल 2019 में जब्त की थी. एडजुकेटिंग अथॉरिटी ने सितंबर 2019 में इसे स्थायी रूप से जब्त करने का आदेश दिया. इसके बाद 25 फरवरी 2021 को 2.03 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गयी.

इडी द्वारा दायर किये गये आरोप पत्र में अभी इस मामले में जांच जारी रहने का उल्लेख किया गया है. उल्लेखनीय है कि एनआइए भी उग्रवादी संगठनों के आर्थिक स्रोतों के सिलसिले में जांच कर रही है. एनआइए ने भी विनोद गंझू व अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है.

टीपीसी उग्रवादियों की जब्त संपत्ति का ब्योरा

विनोद गंझू : जब्त संपत्ति का मूल्य 1,54,90,421 रुपये, जिसमें बैंक में जमा राशि व तीन गाड़ियां शामिल हैं.

प्रदीप गंझू : जब्त संपत्ति का मूल्य 1,51,03,617 रुपये, जिसमें बैंक में जमा राशि, दो गाड़ियां व 16.09 लाख की जमीन शामिल है.

बिंदेश्वर गंझू : जब्त संपत्ति का मूल्य 2,03,00,000 रुपये, जिसमें इसमें गंझू की कंपनी और खुद के नाम पर खरीदी गयी गाड़ियां शामिल हैं.

Posted By : Sameer Oraon

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